सावधान: आगरा के जिला अस्पताल में आवारा कुत्तों-बंदरों का हैं आतंक, आफत में मरीजों की जान

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आगरा: अगर आप आगरा के जिला अस्पताल में इलाज कराने के लिए आ रहे हैं तो सावधान हो जाइए। यहां आवारा कुत्ते आपका स्वागत करने या फिर आप की बीमारियों को बढ़ाने के लिए तैयार बैठे हुए हैं। यह आवारा कुत्ते आपको अपना निशाना बना सकते हैं। क्योंकि आगरा का जिला अस्पताल भी अब आवारा कुत्तों का घर बन चुका है।

यहां जिस ओर आप निगाह दौड़ाएंगे वहां आपको आवारा कुत्ते आराम फरमाते, टहलते और घूमते हुए नजर आ जाएंगे। अगर आपसे थोड़ी भी चूक हुई तो यह आपको अपना शिकार भी बना सकते हैं। इसे लेकर सीएमएस डॉ. ए के अग्रवाल का कहना है कि आवारा कुत्तों की समस्या को लेकर पत्र लिखा जा चुका है लेकिन कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है।

प्रतिदिन आते हैं हजारों मरीज

आगरा के जिला अस्पताल में हजारों मरीज प्रतिदिन इलाज के लिए आते हैं। अगर ऐसे में किसी भी आवारा स्वान ने अगर लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू किया तो स्थिति बद से बदतर हो जाएगी। जिला अस्पताल प्रशासन अभी इस और गंभीर दिखाई दे रहा है लेकिन संबंधित विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा।

बताते चलें कि 10 वर्षीय मासूम गुंजन की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मासूम गुंजन को स्वानो ने अपना शिकार बनाया था। पूरे शरीर पर घाव ही घाव थे। मासूम गुंजन की स्थिति देखकर चिकित्सक भी सहम गए थे।

चिकित्सकों को भी लगता है डर

जिला अस्पताल के सीएमएस ए के अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल में स्वान और बंदर दोनों का ही आतंक है। अभी हाल ही में उनका कर्मचारी और एक चिकित्सक भी बंदरों का शिकार हो चुके हैं।

उनकी एक कर्मचारी को तो आवारा स्वान ने भी अपना निशाना बनाया था। हाल ही में जब वह जिला अस्पताल के निरीक्षण के लिए निकले थे तब भी आवारा स्वान और बंदरों के चलते उन्हें पीछे लौटना पड़ा क्योंकि बंदर खूंखार हो रहे थे।