आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने नगीना सुरक्षित सीट से किया नामांकन

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भीम आर्मी चीफ लंबे समय से नगीना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए थे। सपा से आश्वासन मिलने के बाद से चंद्रशेखर आजाद नगीना सीट के लिए करीब दो साल से दिन-रात एक कर दिया था। चुनाव से ऐन पहले सपा ने चंद्रशेखर को झटका दे दिया। सपा ने नगीना सीट से पूर्व जज मनोज कुमार को उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद से भीम आर्मी चीफ ने अपनी चुनावी तैयारियों को और तेज कर दिया।

ये हैं नगीना के चुनावी मैदान में

सपा ने मनोज कुमार को तो बीजेपी ने 3 बार के विधायक ओम कुमार को प्रत्याशी बनाया है। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। 80 संसदीय सीटों वाले उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है।

नगीना से इसलिए लड़ने का किया फैसला…

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मौजूदा हालातों को देखते हुए हमने निर्णय लिया है कि हम ज्यादा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। हमने नगीना सीट से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। बाकी जगह इंडिया गठबंधन का साथ देकर बीजेपी को रोकने का काम करेंगे। चंद्रशेखर ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं शरद पवार, कांग्रेस और अखिलेश यादव से मुलाकात हुई है। हमने नगीना से चुनाव लड़ने के लिए कहा था। ऐसा इसलिए क्योंकि जब मेरे ऊपर गोली चली तो किसी सदन में मेरे लिए आवाज नहीं उठी। जब मेरे जैसे व्यक्ति पर गोली चलने पर किसी ने केंद्र व प्रदेश सरकार से सवाल नहीं किया तो हमारे समाज के लिए कौन बोलेगा।

जिनका दल नहीं, उनका बल नहीं 

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमें दलित, पिछड़े, आदिवासी, मुस्लिम, जैन, बौद्ध, ईसाई और पारसी सभी लोगों की चिंता है। इसलिए अगर मैं सदन पहुंचकर आवाज नहीं उठाऊंगा तो हमारे लोगों की सुनवाई कौन करेगा। क्योंकि जिनका नेता नहीं होता, उनकी बात भी कोई नहीं करता है। जिनका दल नहीं होता, उनका बल नहीं होता। जिनका बल नहीं होता, उनकी समस्या हल नहीं होती।

उन्होंने कहा कि हम राजनीति पैसा कमाने या तनख्वाह और पेंशन लेने के लिए नहीं कर रहे हैं। हम राजनीति अपने लोगों की आवाज बनने के लिए कर रहे हैं। नगीना से बहुत से लोग सांसद बने हैं लेकिन यहां कोई अच्छा अस्पताल नहीं है। हमारी इच्छा है कि नगीना में AIMS जैसा अस्पताल बने।

चुनावी कार्यक्रम में कलम बांटा गया

वहीं आजाद समाज पार्टी की ओर से चुनावी कार्यक्रमों में आने वाले लोगों को कलम बांटा जा रहा है। इसको लेकर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि लोकतंत्र का पर्व है और मैं कलम की ताकत को समझता हूं। बाबा साहब अंबेडकर ने हथियार के तौर पर वोट और कलम दिया है। जिसने प्रयोग करना सीख लिया उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है।

उन्होंने कहा कि दुश्मन बड़ी चालाकी से काम कर रहा है। हमारे लोगों का वोट खरीदने के लिए शराब, पैसे, मिठाई और कपड़े बांटे जाते हैं लेकिन हम लोगों को कलम बांटते हैं। कलम बांटकर ये बताना चाहते हैं कि इसी कलम से आपके जीवन में परिवर्तन होगा।

-एजेंसी