आगरा कैंट स्टेशन प्रीपेड बूथ के ऑटो चालकों ने रेलवे अधिकारियों की मनमानी कार्रवाई के विरोध में निकाली तिरंगा यात्रा

स्थानीय समाचार

आगरा: आगरा कैंट स्टेशन प्रीपेड बूथ के ऑटो चालकों ने अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। गुरुवार को आटो चालकों ने रेलवे अधिकारियों की मनमानी और तानाशाही कार्रवाई के विरोध में तिरंगा यात्रा निकाली।

रेलवे की ओर से ऑटो चालकों की पार्किंग को शिफ्ट किया जा रहा है जिसके विरोध में ऑटो चालक हड़ताल पर चले गए हैं। गुरुवार को आटो चालकों ने रेलवे अधिकारियों की मनमानी और तानाशाही कार्रवाई के विरोध में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया।

यह तिरंगा यात्रा आगरा कैंट स्टेशन से शुरू हुए और जिला मुख्यालय पर जाकर समाप्त हुई। इस तिरंगा यात्रा में सैकड़ों ऑटो चालकों ने भाग लिया और हाथों में तिरंगा लेकर अपनी समस्याओं के समाधान की मांग उठाई।

1994 से आगरा कैंट स्टेशन पर है ऑटो पार्किंग

ऑटो चालकों का कहना है कि 1994 में तत्कालीन मंडलायुक्त ने हम लोगों के लिए यह स्टैंड को निर्धारित कराने में अहम भूमिका निभाई थी। अगर यह ऑटो स्टैंड हम लोगों के हाथ से चला गया तो हम लोगों की रोजी-रोटी पर एक बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी रेलवे अधिकारियों की होगी।

ऑटो चालकों ने दो टूक शब्दों में कहा कि रेलवे अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली बदलनी होगी उनके इस कार्य से सैकड़ों परिवार सड़कों पर आ जाएंगे।

प्रदर्शन रहेगा जारी

ऑटो चालकों का कहना है कि 1994 से यहां पर स्टैंड है। बावजूद इसके रेल अधिकारियों द्वारा उनको विस्थापित कर रहे हैं, जिसके चलते उनकी रोजी-रोटी पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। ऑटो चालक अपनी रोजी-रोटी पर संकट खड़ा होते देख प्रदर्शन पर उतर आए हैं।

उनका कहना है कि हर ऑटो चालक इस प्रदर्शन में शामिल हैं, वे अपना ऑटो स्टैंड से बाहर नहीं निकालेेंगे। इस लड़ाई को जितना लंबा चलाना पड़े, चलाएंगे क्योंकि सवाल उनकी रोजी रोटी और परिवार के भरण-पोषण का है।

जिलाधिकारी और एसपी जीआरपी के नाम दिया ज्ञापन

तिरंगा यात्रा निकालते हुए सभी ऑटो चालक जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात को प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रखा। साथ ही एडीएम सिटी को ज्ञापन सौंपा। इस मामले में हस्तक्षेप कर ऑटो चालकों को इंसाफ दिलाए जाने की मांग उठाई। बताया जाता है कि इसके बाद ऑटो चालक एसपी जीआरपी के कार्यालय भी पहुंचे। यहां पर भी उन्होंने जीआरपी अधिकारियों को ज्ञापन दिया और इस संबंध में ऑटो चालकों को न्याय दिलाने की मांग की।