एयर इंडिया ने की अमेरिका और यूरोप की कंपनियों से सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट डील

Business

चुनाव से ठीक पहले बाइडन को मिला बड़ा तोहफा

बाइडन ने कहा कि एयर इंडिया की डील से अमेरिका में 10 लाख लोगों को नौकरियां मिलेंगी और 44 राज्‍यों को इससे फायदा होगा। बाइडन के लिए यह डील अगले साल होने वाले राष्‍ट्रपति चुनाव से ठीक पहले बड़े तोहफे की तरह से है। बाइडन ने पिछले चुनाव में वादा किया था कि वह अमेरिका में नौकरियों को बढ़ाएंगे और तकनीक के क्षेत्र में बढ़त को बनाए रखेंगे। बाइडन औद्योगिक नौकरियों को अमेरिका में बनाए रखने पर जोर दे रहे हैं ताकि वे चीन न चली जाएं। उन्‍होंने कहा कि एयर इंडिया की डील यह बताती है कि हम दुनिया में मैनुफैक्‍चरिंग के क्षेत्र में लीड कर सकते हैं। बाइडन और मोदी दोनों ने अपनी बातचीत में साझा प्राथमिकताओं पर सहयोग को विस्तार देने एवं आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर व ‘क्वाड’ जैसे समूहों में काम करते रहने की प्रतिबद्धता जताई।

बाइडन ने बोइंग-एअर इंडिया के बीच समझौते की घोषणा करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और गहरा करना चाहते हैं।

वहीं पीएम मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ बात करके खुशी हुई। हम ऐतिहासिक एअर इंडिया और बोइंग समझौते का स्वागत करते हैं, जो दोनों देशों में नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।’

वहीं फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने अपने दोस्‍त पीएम मोदी के साथ बातचीत में एयरबस के साथ समझौते को ‘मील का पत्‍थर’ करार दिया है। उन्‍होंने कहा कि यह भारत और फ्रांस के बीच गहराते रिश्‍ते को दिखाता है। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने इस समझौते की प्रशंसा की है। दरअसल, एयर इंडिया के लिए बनने वाले विमान के इंजन रोल्‍स रॉयस कंपनी बनाएगी जो ब्रिटेन की है।

सोशल मीडिया पर ‘सुपरपावर’ भारत की जय-जय

सुनक ने कहा कि इससे ब्रिटेन में ज्‍यादा सैलरी वाली नौकरियां आएंगी और नए अवसर पैदा होंगे। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस से आ रहे इन बयानों की सोशल मीडिया में जमकर प्रशंसा हो रही है और कहा जा रहा है कि यह भारत की बढ़ती ताकत का प्रतीक है।

चर्चित क्रिकेट कमेंटर हर्षा भोगले कहते हैं, ‘मैंने कभी इस बात की कल्‍पना भी नहीं की थी कि एक ऐसा दिन आएगा जब अमेरिका के राष्‍ट्रपति एक बयान जारी करके कहेंगे कि भारत की एक कंपनी की ओर से जारी ऑर्डर से अमेरिका के 44 राज्‍यों में 10 लाख नौकरियां पैदा होंगी।’ बोइंग और एयरबस के लिए यह डील इसलिए भी अहम है कि चीन के विशाल बाजार में अब उन्‍हें घरेलू विमान से टक्‍कर मिलने जा रही है।

चीन का यात्री विमान बनकर तैयार हो गया है। ऐसे में अब उन्‍हें भारत में उम्‍मीद की किरण द‍िखाई दे रही है। एक अनुमान के मुताबिक वैश्विक विमानन मार्केट में भारत एक बड़ा खिलाड़ी बनने जा रहा है। अगले दो साल के अंदर भारत की घरेलू विमान कंपनियां 1500 से लेकर 1700 विमानों का ऑर्डर दे सकती हैं। वहीं कोरोना काल में चीन के बाजार में अस्थिरता चल रही है।

बोइंग भारत में बढ़ती डिमांड को देखते हुए अपने कर्मचारियों की संख्‍या को 5 हजार करने जा रही है जो अमेरिका के बाहर दुनिया में सबसे ज्‍यादा है। भारत अभी दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार माना जा रहा है। माना जा रहा है कि जल्‍द ही भारत अमेरिका को पीछे छोड़कर चीन के बाद दूसरे नंबर पर आ सकता है।

Compiled: up18 News