आगरा में महिला उत्पीड़न के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते चले जा रहे हैं। ताजा मामला ताजगंज थाना क्षेत्र के तोरा चौकी से जुड़ा हुआ है। एक विवाहिता का आरोप है कि उसकी सास, ससुर और भांजी ने उसे बेरहमी से मारा पीटा। उसका गुनाह सिर्फ इतना था कि भांजी द्वारा उसे गाली दी जा रही थी, उसने बस उसका विरोध किया। इसी बात को लेकर सास ससुर और भांजी ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी जिससे उसे काफी चोट आई। पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की जिसके बाद उसे मेडिकल और इलाज के लिए आगरा की जिला अस्पताल लाया गया था।
पूरा मामला थाना ताजगंज के तोरा चौकी का है। पीड़िता की शादी लगभग तीन साल पहले हुई थी। पति प्राइवेट नौकरी करता है। शादी के बाद से ही सास का उत्पीड़न शुरू हो गया। बेवजह गाली गलौज के साथ मारपीट होने लगी। पति ने जब इस मारपीट का विरोध करने लगे तो दोनों को घर से बाहर निकल जाने को कहने लगे।
पीड़िता ने बताया कि उसने नवरात्रों के व्रत रखें है। सुबह वह अपने पति के साथ मंदिर गयी थी। पति के साथ वो घर वापस लौटी तो उसको बेवजह गालियां दी जाने लगी। भांजी उन्हें गालियां दे रही थी। उसने गालियां का विरोध किया और सास से शिकायत की, बस यही उसका गुनाह हो गया। सास बादामी ससुर निहाल सिंह और भांजी कृष्णा उस पर टूट पड़े। पति कमरे में थे तो बाहर से कुंडी लगा दी। सभी ने मिलकर उसको जमकर पीटा उसके कपड़े तक फट गए लेकिन किसी को भी रहम नहीं आया।
मारपीट हो जाने के बाद पति को दरवाजा खोलकर बाहर निकाला। पति ने सास ससुर से कहासुनी की तो उनके साथ भी मारपीट कर दी। इस घटना के बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की और मेडिकल व इलाज के लिए जिला अस्पताल आये। पीड़ित पति पत्नी का कहना है कि घरवाले उन्हें घर से बाहर निकालना चाहते हैं। इसलिए मारपीट कर रहे है। पीड़िता का कहना है कि नंद की बुरी नजर प्रॉपर्टी पर है। उन्होंने अपनी 22 वर्षीय बेटी घर पर ही छोड़ रखी है जो आये दिन झगड़ा कराती है।