Agra News: झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारा छापा, क्लीनिक सील मुकदमा दर्ज, गिरफ्तार

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जनपद आगरा:-जिले में शहर से लेकर कस्बों तक में फैले झोलाछाप डाॅक्टरों के इलाज से न जाने कितने मरीज अपनी जान गवां चुके हैं और आज भी ये लोग गांवों शहरों में अपना एक जाल फैला चुके हैं। ये झोलाछाप डॉक्टर गरीब मरीजों से इलाज के नाम पर न जाने कितना पैसा लूटते हैं और यह लोग शहर में बैठे डाक्टरों से अपना कमीशन तक लेते हैं। क्योंकि यह लोग गांवों शहरों के परेशान मरीजों को बहला फुसलाकर शहर में बड़े डाॅक्टरों के पास इलाज के लिये भेजते हैं और उन डाॅक्टरों से अपना कमीशन वसूलते हैं। जबकि आम जनता यह सब जानते हुए भी मुसीबत में अपना इलाज करवाने पर मजबूर है।

लेकिन अब योगी सरकार ने शासन को सख्त निर्देश जारी किये हैं कि इन सभी पर छापे मारकर कार्रवाई की जाए और इनके खिलाफ सख्त से सख्त धाराएं लगा कर इन्हें सबक सिखाया जाए इसी क्रम में आज टेडी बगिया राहुल नगर स्थित बाला फार्मेसी पर नोडल अधिकारी अपंजीकृत चिकित्सक कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी टीम द्वारा छापामार कार्यवाही की गई और बाला फार्मेसी पर तत्काल सील लगाई गई और नोडल अधिकारी की तहरीर पर थाना ट्रांस यमुना में मुकदमा पंजीकृत किया गया है पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर शेखर बाला को गिरफ्तार भी कर लिया है ।

जानकारी के मुताबिक थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के टेडी बगिया राहुल नगर में झोलाछाप डॉक्टर शेखर बाला काफी समय से बाला फार्मेसी के नाम से अबैध क्लिनिक चला रहा था जिस पर 02 नाबालिग लड़के भी काम रहे थे ,शिकायत के आधार पर वुधवार को डॉ पीयूष जैन नोडल अधिकारी अपंजीकृत चिकित्सक कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी एंव स्वस्थ्य विभाग की टीम द्वारा अबैध क्लीनिक पर छापामार कार्यवाही की गई जिसमें डॉक्टर 02 नाबालिग लड़कों के साथ इलाज करते हुए पाया गया स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अबैध क्लिनिक को सील कर दिया है ,नोडल अधिकारी की शिकायत पर थाना ट्रांस यमुना पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर झोलाझाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है ।

नोडल अधिकारी ने बताया सारा मामला

डॉ पीयूष जैन नोडल अधिकारी अपंजीकृत चिकित्सक कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग आगरा टीम के द्वारा आकस्मिक निरीक्षण राहुल नगर टेडी बगिया आगरा में बाला फार्मेसी के नाम से संचालित दुकान में किया गया जिसमें एक अनाधिकृत व्यक्ति को मरीजों को दुकान के पिछले हिस्से में लिटाकर बोतल चढ़ाकर इलाज करते हुए पाया गया जिसमें 2.5 साल के बच्चे से लेकर 45 साल की महिला का इलाज किया जा रहा था दुकान के आगे के हिस्से में बिना लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन के मरीजों को देखा जा रहा था इंजेक्शन व दवाइयां दी जा रही थी ।

टीम के द्वारा निम्न कार्यवाही की गई

1- दुकान पर शेखर वाला नाम का व्यक्ति बिना रजिस्ट्रेशन व योग्यता के मरीजों को देख रहा था इसके साथ ही दो नाबालिक लड़के भी मरीजों को इलाज देते पाए गए ।
2- दुकान को नियमानुसार स्थानीय थाने को सूचना देने के बाद बन्द व सील करा दिया गया
3- दुकान में फायर एनओसी बायोमेडिकल वांक का नियमानुसार पालन नहीं किया जा रहा था ।

इन सभी कमियों के आधार पर नोडल अधिकारी डॉ पीयूष जैन की शिकायत पर थाना ट्रांस यमुना में मुकदमा पंजीकृत किया गया है व पुलिस द्वारा डॉक्टर शेखर बाला को गिरफ्तार कर अन्य बिधिक कार्यवाही की जा रही है।