सीता माता के प्रकट स्थल सीतामढ़ी के भव्य मंदिर निर्माण के लिए आगरा के इंजीनियर दिवाकर तिवारी को मिली बड़ी जिम्मेदारी
आगरा: देश की प्रमुख सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था रामायण रिसर्च काउंसिल जो मां भगवती सीता जी के प्राकट्य क्षेत्र सीतामणी, बिहार में अयोध्या जैसा ही भव्य मंदिर निर्माण के लिए संकल्पित है, उसकी दिल्ली में हुई बैठक में उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य और राम मंदिर के कारण सांस्कृतिक, सामाजिक, सनातन चेतना के केंद्र बिंदु प्रदेश के लिए आगरा से इंजी दिवाकर तिवारी को प्रदेश का समन्वयक (कोर्डिनेटर) की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है l इस जिम्मेदारी के मिलने से इंजीनियर दिवाकर तिवारी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
दिवाकर तिवारी डा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय एवं आगरा कालेज आगरा के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी विभाग में असि प्रोफेसर रहे है साथ ही आप देश की नामचीन सामाजिक संस्थाओं राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच एवं जलाधिकार फाउंडेशन में सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत है l इन्होंने राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रभारी भी रहे थे।
रामायण रिसर्च काउंसिल मां सीता की प्राकट्य स्थली सीतामढ़ी क्षेत्र को सांस्कृतिक एवं शक्ति स्वरूपा वैदेही के इस मंदिर को अयोध्या की तरह एक बड़े आध्यात्मिक एवं नारी शक्ति केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए संकल्पित है। इस क्षेत्र में ज्ञात रूप से लगभग 700 वर्ष पुराना माता सीता का एक जीर्णशीर्ण अवस्था में मंदिर है जो ऐतिहासिकता को समेटे चिरकाल से अपने उत्थान की बाट जोह रहा है। भगवान श्री राम को राजा स्वरूप में अयोध्या में विराजित होने के बाद ये आशा बंधी है कि अब देश के सनातन प्रेमी भगवान राम एवं माता सीता की ही प्रेरणा एवं शक्ति से माता के इस धाम के पुनुरुद्धार में जुटकर अपनी खोई विरासत को पुनर्जीवित करने का कार्य करेंगे।
इस मंदिर कारीडोर में माता सीता की एक 251 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण भी प्रस्तावित है। अयोध्या मंदिर के प्रमुख वास्तुकार सोमपुरा भी इस स्थल का भ्रमण कर कार्य योजना बना रहे है। रामायण रिसर्च काउंसिल के फाउंडर सुशांत जो कि केंद्र सरकार के मीडिया सलाहकार भी रहे है एवं केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट, सीतामणी से सांसद पिंटू शुक्ला इस विषय को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष रख चुके है l इस बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी मंदिर निर्माण का सरकार का संकल्प जनता के समक्ष रखा था। इंजी दिवाकर तिवारी के उत्तर प्रदेश के समन्वयक (कॉर्डिनेटर) बनाए जाने पर काउंसिल के फाउंडर कुमार सुशांत, राष्ट्रीय संयोजक महामंडलेश्वर स्वामी चितप्रकाशनंद गिरी ने हर्ष व्यक्त किया है।