Agra News: भाजपा महानगर अध्यक्ष पर प्रत्याशी ने लगाया आरोप, ‘बहाने से बी फॉर्म लेकर दूसरे को बेच दिया’

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आगरा: ‘उत्साह से सराबोर होकर अपने समर्थकों के साथ नामांकन करने के लिए नगर निगम आया था। भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन मिले। शिष्टाचार के नाते उनसे मुलाकात की। तभी महानगर अध्यक्ष भानु महाजन बोले ‘अपना बी फॉर्म दीजिए जरा, फोटोस्टेट करा कर दे रहे हैं।’ महानगर अध्यक्ष ने बी फॉर्म मांगा तो शिष्टाचार के नाते देना पड़ा लेकिन बी फॉर्म लेने के बाद महानगर अध्यक्ष भानु महाजन और उनके साथी रफूचक्कर हो गए। उन्होंने दूसरे प्रत्याशी को बी फॉर्म दे दिया जिसने मेरे वार्ड से नामांकन किया और मैं देखता रहा। महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने मेरे साथ बड़ा धोखा किया।’ यह हम नहीं कह रहे बल्कि नामांकन करने आए भाजपा के प्रत्याशी रवि नागर का यह आरोप है। उनके आरोप से संगठन में भी हड़कंप मचा हुआ है।

ये हुआ घटनाक्रम

यह पूरा मामला नगर निगम के अंदर का है। वार्ड 32 से भाजपा प्रत्याशी रवि नागर को संगठन की ओर से टिकट दिया गया कि वह 32 के प्रत्याशी हैं जाकर नामांकन करें। बड़े ही उत्साह के साथ रवि नागर बी फॉर्म लेकर नगर निगम पहुंचे थे लेकिन नामांकन करने से पहले ही उनके पार्षद का चुनाव लड़ने पर महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने पानी फेर दिया। भाजपा कार्यकर्ता रवि नारंग के आरोप के अनुसार महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने उनसे उनका बीफार्म लिया कि उसकी फोटोस्टेट करानी है और उसको लेने के बाद वह रफूचक्कर हो गए।

रवि नागर का आरोप है कि काफी देर हो जाने के बाद उन्होंने महानगर अध्यक्ष भानु महाजन को फोन लगाया। भानु महाजन ने फोन तो उठाया और कहने लगे 10 मिनट में आ रहा हूं। 10 मिनट 10 मिनट कहकर उन्होंने दोपहर के 3 बजा लिए लेकिन वह नहीं आए। इस बीच उन्हीं के वार्ड से दूसरा प्रत्याशी बी फॉर्म के साथ नामांकन भर गया। तब उन्हें समझ में आया कि उनके साथ बड़ा धोखा हुआ है।

भाजपा कार्यकर्ता रवि नागर का आरोप है कि महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने उनका बीफार्म दूसरे प्रत्याशी को पैसे लेकर बेच दिया। उनके समाज के साथ भी नाइंसाफी की गई। उन्होंने कहा कि वह नट जाति के हैं। इसीलिए उनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया गया। धोखाधड़ी की गई। वह भाजपा के पुराने और कर्मठ कार्यकर्ता थे इसलिए उन्हें नेतृत्व ने टिकट दिया था लेकिन इस पूरे षडयंत्र में महानगर अध्यक्ष भानु महाजन और क्षेत्रीय विधायक शामिल है जिन्होंने षड्यंत्र के तहत उन्हें नामांकन नहीं करने दिया।

आत्महत्या की दी चेतावनी

रवि नागर का कहना था कि उनके साथ अन्याय हुआ है। यह अन्याय भी महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने किया जिस पर सभी को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी है। उन्होंने ही उनके साथ धोखा दिया। उनकी टिकट काटी। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर एफिडेविट के साथ उनका नामांकन नहीं कराया तो वह आत्महत्या कर लेंगे।