Agra News: गुटबाजी का शिकार हुआ कांग्रेस प्रत्याशी, नगर निगम में जमकर काटा हंगामा

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उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस पार्टी राजनीति के सबसे निचले स्तर यानी हाशिए पर चल रही है। इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी खत्म नहीं हो रही है। इसका जीता जागता उदाहरण निकाय चुनाव में देखने को मिला। शहर कांग्रेस पार्टी के एक पदाधिकारी ने अपनी मां के लिए टिकट मांगा था। टिकट के लिए पैसा भी खर्च किया। लिस्ट में नाम भी आया लेकिन कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही खींचतान के चलते उसे बी फॉर्म नहीं दिया गया जिससे वह पार्टी पदाधिकारी अपनी मां का नामांकन नहीं करा सका। पार्टी के इस नेता ने निगम पर जमकर हंगामा काटा और अपने ही नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए।

मामला स्व. जगदीश वर्मा के परिवार से जुड़ा हुआ है। जगदीश वर्मा ने कांग्रेस की खूब सेवा की थी। उनके पुत्र नितिन वर्मा इस समय शहर कांग्रेस में महासचिव के पद पर है। नितिन वर्मा ने वार्ड 96 से अपनी माँ के लिए टिकट मांगा था। टिकट के लिए उन्होंने काफी हाथपांव मारे। संगठन ने लिस्ट जारी की तो उसमें उनकी माँ का नाम शामिल था लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें बी फॉर्म नहीं दिया।

सुबह से शहर कांग्रेस कार्यालय के चक्कर काट रहे थे तो पदाधिकारियों ने कह दिया कि प्रभारी वीनेश सेनवाल पर बी फॉर्म है वही बी फॉर्म देंगे। लेकिन वह आई नहीं और उन्हें भी फॉर्म भी नहीं दिया। दोपहर तीन बजे तक उनकी माँ नगर निगम पर रही लेकिन बी फॉर्म न होने से वह कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन नही कर सकी।

पार्टी नेताओं पर लगे गंभीर आरोप

कांग्रेस नेता नितिन वर्मा ने कहा कि टिकट के लिए पैसा भी दिया, वो पैसा भी गया, समय भी बर्बाद हुआ। उसके बदले सिर्फ धोखा मिला। पार्टी नेताओं ने उनके साथ धोखाधड़ी की जिससे उन्हें बी फॉर्म नहीं मिला। लिस्ट में नाम था लेकिन इसके बावजूद उन्हें भी फॉर्म नहीं दिया गया। वहीँ पूरे समाज पूरे क्षेत्र में यह बात भी सुर्खियों में थी कि उनकी मां चुनाव लड़ने जा रही है। लिस्ट में नाम भी घोषित हो गया है अब ऐसे में बीफार्म ना मिलने और नामांकन ना होने से उनके पिता के साथ-साथ उनकी परिवार की साख पर बट्टा लगा है, इसकी भरपाई कौन करेगा।