पीएम मोदी की नकल करना पड़ा भारी, वन ‎‎विभाग ने मिमिक्री अर्टिटिस्ट श्याम रंगीला को जारी ‎किया नो‎टिस

Regional

जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिमिक्री कर फेमस हुए आर्टिस्ट श्याम रंगीला मुश्किलों में घिर गए हैं। राजस्थान में वन विभाग ने नोटिस जारी कर रंगीला को तलब कर लिया है। अब वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन करने के मामले में उन पर कार्रवाई की जा सकती है। जानकारी के अनुसार श्याम रंगीला ने हाल ही में जयपुर के झालाना जंगल में जाकर नीलगाय को खाना खिलाया और उसका वीडियो वायरल कर दिया था। जयपुर क्षेत्रीय वन अधिकारी जनेश्वर

चौधरी ने बताया, यूट्यूब चैनल श्याम रंगीला पर 13 अप्रैल को झालाना लैपर्ड रिजर्व का वीडियो अपलोड किया गया था। ‎जिसमें श्याम अपनी गाड़ी से नीचे उतरकर अपने हाथ से वन्य प्राणी नीलगाय को खाद्य पदार्थ खिलाते नजर आए। जबकि वन्य प्राणियों को खाद्य पदार्थ खिलाना वन अधिनियम 1953 और वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के प्रावधानों का उल्लंघन है। खाद्य पदार्थ खिलाने से कई प्रकार की गम्भीर बीमारियां हो जाती हैं और यहां तक कि उनकी जान को खतरा हो जाता है। वन्य जीवों को खाद्य पदार्थ नहीं खिलाने को लेकर चेतावनी सूचना बोर्ड भी लगाए हुए हैं। इसके बावजूद भी नीलगाय को खाद्य पदार्थ खिलाया।

दरअसल, श्याम रंगीला अब पीएम नरेंद्र मोदी की हूबहू नकल करने को लेकर भी निशाने पर हैं। हाल ही में टाइगर प्रोजेक्ट के 50 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक के मुदुमलाई और बांदीपुर टाइगर रिजर्व के दौरे पर गए थे। जहां उन्होंने यूनीक गेटअप में जंगल सफारी का आनंद उठाया था। उन्हीं की तर्ज पर मिमिक्री आर्टिस्ट और कॉमेडियन श्याम रंगीला भी जयपुर के झालाना जंगल पहुंच गए। और पीएम के वही गेटअप में श्याम रंगीला ने भी शूटिंग की। जिसके फोटो-वीडियो वायरल हो गए। लेकिन उसमें कुछ वीडियो और फोटो नीलगाय को खाना खिलाने के भी थे, तो विवाद खड़ा हो गया। फॉरेस्ट ऑफिसर के मुताबिक, श्याम रंगीला ने इस कृत्य से न केवल वन्यजीव अपराध किया है, बल्कि उन्होंने वीडियो शूट प्रसारित कर अन्य लोगों को भी आपराधिक कृत्य करने के लिए उकसाया है।