Agra News: नेशन बिल्डर अवार्ड से विभिन्न क्षेत्रों के 25 शिक्षकों को किया गया सम्मानित

Press Release

आगरा। राष्ट्र के निर्माता हैं शिक्षक। जो कच्ची मिट्टी के समान देश के तमाम विद्यार्थियों को पकाकर सुदृढ बनाते हैं। इसीलिए ईश्वर से भी ऊंचा का दर्जा दिया गया है शिक्षक को। रोटरी क्लब ऑफ आगरा नियो द्वारा सिकन्दरा बोदला रोड स्थित जेल रेस्टरां में कुछ इन्हीं विचारों के साथ 62वां नेशन बिल्डर अवार्ड का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन एसेन मेडिकल कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. एससी साहू ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक डॉ. पंकज नगायच, क्लब के अध्यक्ष डॉ. कुशल सिंह, सचिव यतेश कुमार सिंह मौजूद रहे।

कार्यक्रम में कला, साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा, खेल आदि विभिन्न क्षेत्रों के 25 शिक्षकों को स्मृति चिन्ह व शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया। शिक्षकों ने शिक्षा के वर्तमान परिवेश पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. राजनाथ गौतम ने कहा कि शिक्षक कभी रिटार्यड नहीं होता। समाज के प्रति जीवन भर उसका दायित्व होता है। डॉ. प्रशांत लवानिया ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियां विपरीत हैं। परन्तु उम्मीद है कि जल्दी सुधार भी होगा।

आगरा कालेज के वनस्पति विज्ञान के पूर्व प्राचार्य डॉ. आरएनएस सेंगर ने कहा कि सम्मान पाना अपने ऊपर भी निर्भर होता है। आप सम्मान लायक हैं तो सम्मान होगा। थोड़ा हमें (शिक्षकों) भी देखना होगा। रेगिंग थी तो डिसीप्लेन था। रेगिंग गई डिसीप्लेन गया। डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि अभिभावकों को बच्चों को शिक्षकों का सम्मान व आज्ञा मानना सिखाना होगा। तभी स्थिति सुधरेगी। रीनेश मित्तल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बच्चों को ग्राउंड से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए जो लगभग खत्म हो चुका है। रैगिंग, विद्यार्थियों पर बढ़ते पढ़ाई के बोझ, अनुशासन, अवसाद के कारण आत्महत्या, विद्यार्थियों के साथ कढ़ाई न कर पाना जैसे तमाम विषयों पर चर्चा हुई।

संचालन डॉ. शैली, दिव्यांशू ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से अनिल गोयल, दिव्यांशू सिंह, डॉ. शैली, मनोज बजाज, राजू डेनियल, डॉ. शोक दौनेरिया, सीपी बिरला आदि उपस्थित रहे।

इन्हें मिला सम्मान

राजनाथ गौतम, डॉ. राजीव सिन्हा, डॉ. आरएनएस सेंगर,डॉ. एसके कटारिया, डॉ. प्रशान्त लवानिया, विनोद शर्मा, एमके पाध्याय, डॉ. संतोष कुमार, रत्ना मुखर्जी, डॉ. अतुल सक्सेना, डॉ. मनीष मगन, गीता सिंह, रुपाली शर्मा, डॉ. यूसी जैन, डॉ. अशोक कुमार आर्य, गुरलीन कौर, रीनेश मित्तल, राजकुमार निमेष, धीरज सिंह, सुनीता यादव, डॉ. विनाई कुमाई, सीमा रानी, शिप्रा चाहर, सीमा आनंद, शालिनी कुलश्रेष्ठ, उमेश चौहान, अनीता अरविन्द शिक्षकों को सम्मानित किया गया।