पंजाब: किसान संगठनों के बाद अध्‍यापक भी सड़क पर उतरे

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अभी किसानों का मामला निपटा भी नहीं था कि बुधवार को कच्चे अध्यापक भी संघर्ष की राह उतर पड़े। इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ की तरफ कूच करने की कोशिश की लेकिन वाईपीएस चौक पर ही उन्हें रोक लिया गया। इस दौरान पुलिस व कच्चे अध्यापकों के बीच धक्कामुक्की तक हुई।

अध्यापकों का कहना है कि उनके साथ भी सरकार ने धोखा किया। सरकार ने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि उन्हें पहल के आधार पर पक्का किया जाएगा लेकिन अब उनकी सुध नहीं ली जा रही है।

बुधवार दोपहर दो बजे के करीब काफी संख्या में कच्चे अध्यापक गुरुद्वारा श्री अंब साहिब के पास पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की लेकिन कच्चे अध्यापक पुलिस की एक भी बात सुनने को तैयार नही थे। उनका कहना है कि आज वह अपना हक लेने पहुंचे। ऐसे में वह चंडीगढ़ सीएम आवास तक जाकर ही हटेंगे। इस दौरान मोहाली पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला अध्यापकों का कहना है कि महिलाओं के सामने पुरुष मुलाजिम तैनात किए गए है, जो कि पूरी तरह से गलत है।

इस पर पुलिस का कहना है कि यहां पर कोई मुकाबला नहीं करवाया जा रहा है। वह अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। किसी भी कीमत पर किसी को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। कानून-व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। जो व्यक्ति नियम तोड़ेगा, उसे जेल में डाल दिया जाएगा।

बता दें कि ये वही अध्यापक हैं, जिन्होंने चुनाव से पहले मोहाली में करीब दो महीने संघर्ष किया था। इनके धरने में दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप संयोजक अरविंद केजरीवाल खुद पहुंचे थे। उन्होंने आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार आने पर सभी अध्यापकों को पक्का किया जाएगा लेकिन अब कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

-एजेंसियां