सांसों की बदबू हो या फिर मसूड़ों की समस्या, इन समस्याओं को न करें नजरअंदाज

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उम्र बढ़ने के साथ शरीर कमजोर होने लगता है और कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिनव कहते हैं, बढ़ती उम्र के साथ ही हमारे दांत भी कमजोर होने लगते हैं और अगर ध्यान न दिया जाए तो दांत गिरने भी लगते हैं। सांसों की बदबू हो या फिर मसूड़ों की समस्या, इन समस्याओं को नजरअंदाज न करें।

आइए हम आपको बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ दांतों से संबंधित किन बातों की जानकारी आपको होनी चाहिए…

जांच जरूरी है

उम्र चाहे जो हो नियमित रूप से दांतों की जांच करवाना बहुत जरूरी है। कई बार लगता है कि हमारे दांत मजबूत हैं, लेकिन इसमें मौजूद गंदगी धीरे-धीरे इसे कमजोर बना देती है।

फ्लोराइड की मात्रा बढ़ाएं

दांतों को स्वस्थ रखने और कैविटी से बचाने में फ्लोराइड की भूमिका अहम होती है। इसके अलावा फ्लोराइड टूथ इनैमल बनाने में भी मदद करता है।

मुंह सूखने न दें

सलाइवा (लार) दांतों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करता है। अगर मुंह सूखा रहे तो दांतों और मसूड़ों के बीच मौजूद ये सलाइवा खत्म हो जाता है, जिससे दांत कमजोर होने लगते हैं।

खानपान का ध्यान रखें

आपके खानपान की भूमिका दांतों की सेहत के लिए काफी अहम होती है। खाने में मौजूद विटामिन डी और कैल्शियम दांतों को मजबूत बनाता है इसलिए ऐसा खाना खाएं जिसमें इनकी मात्रा ज्यादा हो।

अच्छा टूथब्रश प्रयोग करें

दांतों को स्वस्थ रखने में टूथब्रश की भूमिका भी बहुत अहम होती है। टूथब्रश अगर अच्छा हो तो दांतों की सफाई भी अच्छे से होती है, लेकिन अगर खराब गुणवत्ता वाला ब्रश हो तो इससे मसूड़ों को भी समस्या हो सकती है।

मुंह की बीमारियों से दर्द-ए-दिल

आपको यह जानकार हैरानी होगी कि मुंह से संबंधित बीमारियां आपके दिल को भी प्रभावित करती हैं। कई शोधों में भी इस बात का खुलासा हो चुका है। दांतों के कारण अगर मसूड़ों में सूजन हो तो यह धमनियों तक फैल जाती है।

-एजेंसी