मानवता, रिश्तों और रकीबों सब का संघर्ष है सुष्मिता सेन की “आर्या 2”

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नई द‍िल्‍ली। किसी वेब सीरीज का पहला सीजन अगर कामयाब रहता है तो दूसरा सीजन अक्सर अपेक्षाओं का अतिरिक्त बोझ लेकर आता है और फिर आर्या तो इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स में नॉमिनेटेड सीरीज है। सुष्‍म‍िता सेन की आर्या 2 का आज ट्रेलर आज र‍िलीज हो गया है।

हिंदी सिनेमा में हाशिये पर पहुंच चुकी हर हीरोइन या कहें कि 40 पार कर चुकी हीरोइनें इन दिनों ओटीटी पर ‘मेर ऑफ ईस्टटाउन’ होना चाहती हैं। सुष्मिता इस मामले में केट विस्लेंट से आगे हैं कि उन्होंने डच सीरीज ‘पेनोजा’ पर आधारित हिंदी वेब सीरीज ‘आर्या’ उससे पहले की। ओटीटी की बलिहारी है कि हिंदी दर्शकों को भी महिलाओं की समाज में प्रेम और विवाह से इतर भूमिका भी नजर आने लगी है।

दर्शकों ने सुष्मिता सेन की अदाकारी के पुनर्जन्म को ‘आर्या’ के पहले सीजन में हाथों हाथ लिया था, सीरीज हालांकि अपना रंग अब जाकर दूसरे सीजन में जमाने में कामयाब हो रही है। एक बिल्कुल निपट अनजान माहौल में आ फंसी तीन बच्चों की एक मां की अपनों के ही रचे चक्रव्यूह में घिरे होने की ये कहानी सिर्फ एक मां का संघर्ष नहीं है। ये मानवता, रिश्तों और रकीबों सब का संघर्ष है। यहां सब कुछ स्याह या सफेद नहीं है। हर किरदार कहीं बीच में अटका हुआ है।

डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर आर्या के दूसरे सीजन के सभी आठ एपिसोड्स स्ट्रीम कर दिये गये हैं। रही बात उम्मीदों की तो आर्या 2 उन चंद सीरीज में शामिल हो गयी है, जिनके दूसर सीजनों ने निराश नहीं किया। हालांकि, आर्या 2 को लेकर जिस स्केल की अपेक्षा की जा रही थी, वो तो नजर नहीं आता, पर मनोरंजन की कसौटी पर आर्या 2 सफल लगती है। सीरीज पकड़कर रखती है और देखने के लिए एक बार बैठेंगे तो फिर खत्म करके ही उठेंगे।

आर्या 2 की कहानी वहीं से आगे बढ़ती है, जिस मोड़ पर पहला सीजन खत्म हुआ था। पिछले सीजन के क्लाइमैक्स में दिखाया गया था कि आर्या अपने तीनों बच्चों के साथ देश छोड़कर न्यूजीलैंड जा रही है। इस क्लाइमैक्स से लगा था कि दूसरे सीजन की कहानी विदेशी जमीन पर दुश्मनों के साथ आर्या के टकराव को दिखाएगी, मगर यहां लेखकों ने अपना हुनर दिखाते हुए कहानी को ऐसा मोड़ दिया कि वो लौटकर राजस्थान के उसी शहर में पहुंच जाती है, जहां पहले सीजन की घटनाएं घटी थीं और आर्या के सामने वही पुराने दुश्मन और साजिशें एक बार फिर खड़े हो जाते हैं।

-एजेंसी