विश्व कप का लीग चरण ख़त्म होने के बाद भारतीय प्रशंसकों की नज़रें अब भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच बुधवार को (कल) होने वाले सेमीफ़ाइनल मैच पर जा टिकी हैं.
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले इस मैच से लोगों की बड़ी उम्मीदें हैं. यह वही मैदान है, जहां 2011 में धोनी के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने अपना दूसरा वनडे विश्व कप जीतने में सफलता हासिल की थी.
भारत इस विश्व कप के अपने सभी 9 लीग मैच जीतने के बाद इस मैच में जीत का सबसे प्रबल दावेदार है. हालांकि आईसीसी टूर्नामेंट में भारत के ख़िलाफ़ न्यूज़ीलैंड के शानदार रिकॉर्ड को देखते हुए मेजबान टीम को सतर्क रहना होगा.
अभी तक आईसीसी टूर्नामेंट में दोनों टीमों के बीच 10 मैच हुए हैं, जिसमें से 8 मैच में न्यूज़ीलैंड विजयी रहा है. वैसे लीग चरण के दौरान भारत ने धर्मशाला में न्यूज़ीलैंड को पटखनी दे दी, जो 2003 के विश्व कप के बाद पहली बार हो पाया था.
भारत के पास इंग्लैंड में हुए 2019 के विश्व कप सेमीफ़ाइनल में मिली हार का बदला लेने का मौक़ा होगा. उस मैच में भारत का पलड़ा ज़्यादातर समय भारी रहा था, लेकिन लगभग एक घंटे के ख़राब प्रदर्शन के कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा था. रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय टीम की कोशिश रहेगी कि वो मुंबई में अपने शानदार रिकॉर्ड को और भी बेहतर करे.
इस मैदान पर खेले गए 21 मैचों में से भारतीय टीम ने 12 मैच जीते हैं और 9 में हार का सामना करना पड़ा है. पिछले मैच में भारत के सभी बल्लेबाज़ों ने जिस तरह का खेल दिखाया है, वो आश्वस्त करने वाला है.
इस विश्व कप में गेंदबाज़ों का भी प्रदर्शन सराहनीय रहा है. भारत ने खेले गए 9 मैचों में विपक्षी टीमों के 86 विकेट झटके हैं, जो इसके गेंदबाज़ों की काबिलियत बताने के लिए काफ़ी हैं.
Compiled: up18 News