आंध्र प्रदेश और तेलंगाना समेत 10 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की 96 लोकसभा सीट पर 13 मई को चौथे चरण के होने लिए चुनाव के लिए शनिवार शाम को प्रचार अभियान समाप्त हो गया। आंध्र प्रदेश में 13 मई को सभी 25 लोकसभा सीट पर और सभी 175 विधानसभा सीट पर भी चुनाव हैं। लोकसभा चुनाव के इस चौथे चरण में आरक्षण, तुष्टीकरण नीति, भ्रष्टाचार और रोजगार जैसे मुद्दे चुनाव प्रचार में छाए रहे।
इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
इस चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (कन्नौज- उप्र), केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (बेगूसराय-बिहार) और नित्यानंद राय (उजियारपुर-बिहार), कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (बहरामपुर- पश्चिम बंगाल), भाजपा की पंकजा मुंडे (बीड महाराष्ट्र), एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (हैदराबाद-तेलंगाना) और आंध्र प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाई एस शर्मिला (कडपा) चुनाव मैदान में हैं।
केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा खीरी (उप्र) सीट से हैट्रिक बनाने की जुगत में हैं। उनका बेटा 2021 के लखीमपुर हिंसा कांड में आरोपी है। तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा भी पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से फिर संसद पहुंचने के प्रयास में लगी हुई हैं। उन्हें प्रश्न पूछने के बदले नकद लेने के मामले में लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था।
किन-किन राज्यों में होगी वोटिंग
तेलंगाना की 17, आंध्र प्रदेश की 25, उत्तर प्रदेश की 13, बिहार की पांच, झारखंड की चार, मध्य प्रदेश की आठ, महाराष्ट्र की 11, ओडिशा की चार और पश्चिम बंगाल की आठ एवं जम्मू कश्मीर की एक लोकसभा सीट (श्रीनगर) पर सोमवार को मतदान होगा। भाजपा नीत राजग के इन 96 लोकसभा सीट में से 40 से अधिक पर वर्तमान में सांसद हैं। इसी के साथ आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीट पर भी मतदान होगा। राज्य में वाईएसआरसी, कांग्रेस नीत ‘इंडिया’ गठबंधन और राजग के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। राज्य में राजग में भाजपा, चंद्रबाबू नायडू की तेदेपा और पवन कल्याण की जनसेना पार्टी शामिल हैं।
प्रचार में विवादित बयान रहे हावी
इस चरण के चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रौदा द्वारा भारतीयों के बारे में दिये गये ‘नस्ली’ एवं ‘त्वचा के रंग’ संबंधी बयान को लेकर कांग्रेस पर प्रहार किया। उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन के दलों पर ‘हिंदू विरोधी’ होने तथा ‘लूट एवं तुष्टिकरण’ में लगे रहने एवं ‘वंशवादी राजनीति’ करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने मोदी के ‘टेंपो में नोटो की गड्डियां भरकर भेजने’ संबंधी बयान को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उसने संविधान एवं आरक्षण की रक्षा करने के मुद्दे पर अपना आक्रामक तेवर जारी रखा।
-एजेंसी