टिकट कटने के बाद वरुण गांधी का छलका दर्द ,कहा-‘पीलीभीत से मेरा रिश्त खत्म नहीं होगा’

टिकट कटने के बाद वरुण गांधी का छलका दर्द, बोले -‘पीलीभीत से मेरा अंतिम सांस तक रिश्ता खत्म नहीं होगा’

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नई दिल्ली। पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने टिकट कटने के बाद पहली बार बड़ी प्रतिक्रिया दी है। जिसमें उनका दर्द साफ झलक रहा है। उन्होंने क्षेत्र की जनता के नाम भावुक पत्र लिखा है। जिसमें लिखा है कि आपके साथ रिश्ता राजनीतिक गुणा भाग से ऊपर है।

भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पीलीभीत लोकसभा से सांसद रहे वरुण गांधी इस बार चुनावी मैदान में नहीं हैं। बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने भी चुनावी रण से दूरी बना ली। नामांकन की तारीख समाप्त हो जाने के बाद अब इंदिरा गांधी के पोते ने अपने क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए भावुक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा कि मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाता रहूंगा, चाहे इसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े।

वरुण गांधी ने गुरुवार को ट्विटर पर चिट्ठी जारी कर कहा, ‘पीलीभीत वासियों को मेरा प्रणाम। आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है। मुझे वो 3 साल का छोटा सा बच्चा याद आ रहा है जो अपनी मां की उँगली पकड़ कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था, उसे कहां पता था एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे।’

निवर्तमान सांसद वरुण ने लेटर पैड पर लिखी चिट्ठी में आगे कहा, ‘मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला। महज एक सांसद के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के तौर पर भी मेरी परवरिश और मेरे विकास में पीलीभीत से मिले आदर्श, सरलता और सहृदयता का बहुत बड़ा योगदान है। आपका प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से आपके हितों के लिए आवाज उठाई।’

‘पीलीभीत से अंतिम सांस तक रिश्ता’

अपनी खुद की पार्टी बीजेपी के खिलाफ मुखर रहे वरुण ने कहा, ‘एक सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता। सांसद के रूप में नहीं, तो बेटे के तौर पर सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूँ और मेरे दरवाजे आपके लिये हमेशा पहले जैसे ही खुले रहेंगे। मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूँ कि सदैव यह कार्य करता रहूं, भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े।

हमेशा आभारी रहूंगा

नई दिल्ली में आधिकारिक आवास 14, अशोका रोड के संसदीय पते से लिखी गई चिट्ठी में वरुण ने लिखा- ‘मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का है जो किसी राजनीतिक गुणा-भाग से बहुत ऊपर है। मैं आपका था, हूं और रहूँगा।’ गौरतलब है कि बीजेपी ने वरुण का टिकट काटकर जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है।