भारत को मिला ‘NATO’ में शामिल होने का आमंत्रण, अमेरिकी अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से किया स्‍वीकार

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रायसीना डायलॉग्‍स में बातचीत

जूलियन स्मिथ ने कहा, ‘रायसीना डायलॉग से इतर कुछ आदान-प्रदान हुए हैं जो एक शुरुआत है और बातचीत को थोड़ा खोल दिया है।’ उन्होंने बताया कि यह संदेश पहले भी भारत को दिया जा चुका है कि नाटो गठबंधन के तौर पर निश्चित रूप से भारत के साथ और ज्‍यादा करीब होना चाहता है। नाटो में इस समय 40 देश जुड़े हैं। चार और पांच अप्रैल को ब्रसेल्‍स में नाटो देशों के विदेश मंत्रियों की मीटिंग होनी है। इस मीटिंग में ऑस्‍ट्रेलिया, न्‍यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और जापान को भी शामिल होने का आमंत्रण मिला है। हिंद प्रशांत क्षेत्र के ये चारों देश इस महागठबंधन के औपचारिक साझेदार हैं।

भारत को नहीं मिला मीटिंग का न्‍योता

जब स्मिथ से पूछा गया कि क्‍या भारत को भी इन मीटिंग्‍स में शामिल होने और संगठन का सदस्‍य बनने का न्‍योता मिला है? इस पर उन्‍होंने कहा, ‘भविष्‍य में भारत के शामिल होने के लिए नाटो का दरवाजा खुला है लेकिन भारत की भी दिलचस्पी होनी चाहिए। जब तक भारत की रुचि के बारे में पता नहीं लगता है तब तक भारत को मंत्रिस्तरीय मीटिंग का इनवाइट नहीं मिल सकता है।’ स्मिथ ने यह भी माना कि भारत एक मुक्त और खुले भारत-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जूलियन स्मिथ की तरफ से यह टिप्‍पणी ऐसे समय में आई है जब रूस यूक्रेन जंग जारी है और आसियान से लेकर भारत तक चीन की आक्रामकता के बारे में बात कर रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो यह चीन की आक्रामकता का नतीजा है कि यूरोप से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र तक में बड़े भू-राजनीतिक बदलाव देखे जा रहे हैं।

रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन जंग के लिए नाटो को ही दोषी ठहराया है। हालांकि नाटो ने इस बात को मानने से इंकार कर दिया है। भारत को कई बार नाटो में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है ले‍किन अभी तक इस पर भारत सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है।

Compiled: up18 News