उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हुआ है। खेरागढ़ कस्बा के नगला उदैया मार्ग स्थित सुभाष अग्रवाल के मकान की पट्टी (पत्थर) से बनी छत देर रात करीब 2:30 बजे अचानक गिर गई। छत गिरते ही चीख-पुकार मच गई।
हादसे में महिला सुरभि अग्रवाल पत्नी विष्णु अग्रवाल, उसका पुत्र आरुष (5), पुनीत (17) पुत्र ब्रजेश समेत तीन लोग मलबे में दबकर घायल हो गए। घटना के बाद आसपास के लोग जमा हो गए।
आनन-फानन सभी को मलबे से निकाला गया गया। घायलों को आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां आरुष और पुनीत की इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीन लोग बाल-बाल बच गए। बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है।
ये हादसा देर रात करीब दो बजे के करीब हुआ। नगला उदैया रोड पर अयोला के पास सुभाष चंद अपने परिवार के साथ एक साथ रहते हैं। जानकारी के मुताबिक, उनके दोनों बेटे विष्णु और ब्रजेश एक ही साथ घर में रहते हैं। बताया जा रहा है कि कल रात करीब 11 बजे ब्रजेश की बेटी का रिश्ता तय करके परिवार के सभी सदस्य आगरा जिले से लौटे थे। घर आने पता चला कि बृजेश के कमरे का AC खराब है तो सभी लोग विष्णु के कमरे में सो गए।
एक ही कमरे में दोनों भाई विष्णु और ब्रजेश, ब्रजेश का बेटा पुनीत (17), विष्णु का बेटा आरुष (05), उसकी गर्भवती पत्नी सुरभि अग्रवाल (26) सोए थे। देर रात कमरे की छत अचानक से भरभराकर गिर गई। इसी मलबे में परिवार के सभी लोग दब गए। तेज आवाज सुनकर आस पास के लोग दौड़े। गनीमत रही कि विष्णु और ब्रजेश को काफी चोट नहीं लगी थी। वे दोनों किसी तरह मलबे से खुद ही बाहर निकले। इसके बाद अन्य लोगों के साथ मिलकर घर के अन्य तीन लोगों को भी बाहर निकाला। बाहर निकलते-निकलते विष्णु की पत्नी सुरभि के हाथ पर छत की पटिया गिरी, जिससे वह चोटिल हो गई।
बताया जा रहा है कि ये मकान नया ही बना है। पुराना नहीं है। लेकिन कमरे की छत को पटिया से बनवाया गया था। इसके बाद उसके ऊपर मिट्टी भी डलवाई गई थी।