रूसी आक्रमण को यूक्रेन के राष्ट्रपति ने नरसंहार करार दिया

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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूसी आक्रमण को “पूरे देश की प्रताड़ना” बताया है. रविवार को सीबीएस न्यूज़ को दिए गए इंटरव्यू में ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के लोग रूस के अधीन नहीं होना चाहते और इसी के वजह से उन्हें बर्बाद किया जा रहा है.

जब उनसे पूछा गया कि क्या रूस जो कर रहा है उसे नरसंहार कहा जाएगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा,
“बिलकुल, ये एक नरसंहार ही है, एक देश और वहां के लोगों का सफ़ाया किया जा रहा है. हम यूक्रेनी नागरिक हैं, हमारे यहां 100 देशों से ज़्यादा के नागरिक रहते हैं, ये इन सभी नागरिकों को बर्बाद करने जैसा है. ’

रविवार को वीडियो के ज़रिए देश को संबोधित करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा, ‘हमारी ज़मीन पर किए गए हर अपराध की जांच होगी. ऐसे अपराध करने वालों के नाम हत्यारों की किताब में दर्ज होंगे और उन्हें सज़ा मिलेगी’

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रूस ने यूक्रेन में बूचा में नरसंहार के आरोपों से इंकार किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा है कि रूस बूचा से 30 मार्च को ही हट गया था. रूस ने इन आरोपों को एक और उकसावे की बात कही है.

दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ट्वीट कर लिखा है कि उन्हें इन तस्वीरों से सदमा पहुँचा हैं. उन्होंने कहा है कि प्रभावी रूप से जवाबदेही तय करने के लिए ये ज़रूरी है कि एक स्वतंत्र जाँच की जाए.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि आम नागरिकों की कथित हत्या के मामले में नई पाबंदियाँ रूस को सज़ा दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं. दूसरी ओर यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने कहा है कि बूचा का नरसंहार जान-बूझकर किया गया है. उन्होंने कहा है कि रूस का लक्ष्य ये है कि वे यूक्रेन के जितने लोगों को मार सकते हैं, मारेंगे. हमें उन्हें रोकने की आवश्यकता है. कुलेबा ने मांग की है कि रूस पर जी-7 देश कड़ी पाबंदियाँ लगाएँ.

दूसरी ओर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि वे बूचा और यूक्रेन के अन्य शहरों में रूसी सैनिकों की कथित अत्याचार की निंदा करते हैं. ब्लिंकेन ने कहा- हम इस मामले में जवाबदेही तय करने के लिए हर संसाधनों का इस्तेमाल करेंगे.

-एजेंसियां