हिजाब विवाद के बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ‘बिकनी पहनकर’ स्कूल जाने वाले बयान टीवी जर्नलिस्ट ऋचा अनिरुद्ध ने पलटवार किया है। ऋचा अनिरुद्ध ने प्रियंका के ट्वीट पर उनसे सवाल किया है कि क्या कोई बिकनी पहनकर स्कूल जाता है? इसके साथ-साथ ऋचा अनिरुद्ध ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान की भी याद दिलाई।
कर्नाटक में छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर उठे विवाद पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बुधवार को कहा कि कोई महिला क्या पहनेगी यह तय करने का अधिकार किसी को नहीं है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘एक महिला का अधिकार है, वह बिकिनी पहनना चाहे, हिजाब पहनना चाहे, वह घूंघट लगाना चाहे, वह साड़ी पहनना चाहे या जींस पहनना चाहे। इसमें कोई राजनीति की बात नहीं है और ना ही होनी चाहिए।’
ऋचा अनिरुद्ध ने प्रियंका के ट्वीट का जवाब देते हुए पूछा कि एक लड़की बता दीजिए जो बिकनी, घूंघट या जींस में स्कूल जाती हो! कृपया तथ्यों पर बात कीजिए। मुद्दा स्कूल यूनिफॉर्म का है और कुछ नहीं! भारतीय महिलाओं की पीढ़ियों ने एक प्रतिगामी पर्दा व्यवस्था से छुटकारा पाने के लिए संघर्ष किया है। आप इसे वापस चाहते हैं और भारत को ईरान बनाना चाहते हैं?
इसके अलावा ऋचा अनिरुद्ध ने प्रियंका गांधी को कांग्रेस के नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी बयान याद दिलाया है। ऋचा अनिरुद्ध ने अशोक गहलोत के उस ट्वीट का स्क्रीन शॉट शेयर किया है। जिस पर लिखा है समाज को एक महिला घूंघट में कैद करने का अधिकार नहीं है। नारी को घूंघट में कैद नहीं कर सकते। नारी को जब दुर्गा कहते हैं तो उसकी भी देश के निर्माण में भागीदारी होनी चाहिए… अब जमाना बदल चुका है, हिम्मत और हौसले के साथ महिलाओं को आगे बढ़ना होगा, सरकार आपको हमेशा साथ खड़ी मिलेगी।
-एजेंसियां