सचिन पायलट की ‘पदयात्रा’ पर आतंकी हमले का खतरा, कड़ी सुरक्षा के निर्देश

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पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की आज 11 मई से 15 मई तक होने वाली जन संघर्ष पदयात्रा को सीआरपीएफ़ का सुरक्षा कवर मिलेगा। बड़ी संख्या में वर्दी में और सादे वस्त्रों में जवान तैनात रहेंगे। जो सचिन पायलट के साथ-साथ पदयात्रा में चलेंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से 11 मई से 15 मई तक का सचिन पायलट का पूरा शेड्यूल डीजीपी राजस्थान और डीजीपी आरपीएफ को भेजा है। राजस्थान पुलिस के आईजी सिक्योरिटी, पुलिस कमिश्नर जयपुर और अजमेर पुलिस एसपी को भी लेटर जारी किया गया है।

Y’ कैटेगरी की CRPF सुरक्षा के साथ पायलट के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बंदोबस्त

पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को ‘Y’ कैटेगरी की CRPF की सुरक्षा केंद्र सरकार से देश भर में प्राप्त है। राजस्थान पुलिस डीजीपी और तमाम संबंधित आला पुलिस अधिकारियों को सचिन पायलट की सुरक्षा को लेकर CRPF का पूरा सहयोग करने को कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि सचिन पायलट की सुरक्षा को कई आतंकी संगठनों से थ्रेट है। इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुसार कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए जाएं। डीजीपी आरपीएफ को भी पायलट की रेल यात्रा की सुरक्षा को कहा गया है।

पायलट की सभा और पदयात्रा में रहेगा सुरक्षा घेरा

अजमेर से जयपुर तक जन संघर्ष पदयात्रा के दौरान जगह-जगह सचिन पायलट की सभा और कार्यक्रमों को सीआरपीएफ और राजस्थान पुलिस का सुरक्षा कवर मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान के डीजीपी को लिखे गए एक पत्र में पायलट की यात्रा को आतंकी गुटों से खतरा बताते हुए पहले ही चेतावनी दे दी है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की एंट्री की चर्चा

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीकानेर में किसान सभा में दिए गए बयानों से सियासत गरमाई हुई है, जिसमें उन्होंने सचिन पायलट खेमे के बगावती विधायकों को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लिए गए कथित 10-10, 15-15  करोड़ रुपये वापस लौटाने को कहा था। साथ ही यह भी कहा था कि मुझे चिंता है, अमित शाह पैसे वापस क्यों नहीं ले रहे। अगर विधायक पैसा नहीं लौटाएंगे तो शाह उन पर दबाव डालेंगे और परेशान करेंगे।

केंद्रीय गृह मंत्री को इस तरह टारगेट किए जाने के बाद से ही राजस्थान में यह चर्चा है कि अब अमित शाह का अगला कदम क्या होगा? सचिन पायलट की ओर से जिस तरीके से नौ मई को सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ एक बार फिर से हमला बोला गया और जन संघर्ष पदयात्रा निकाली जा रही है। इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय का सुरक्षा कवर मिलना, कहीं न कहीं इस बात को दर्शाता है कि राजस्थान में पायलट को खतरा हो सकता है। इसलिए केंद्र सरकार उनकी सुरक्षा में कमी नहीं छोड़ना चाहती है।

Compiled: up18 News