श्री हरि का स्मरण कराता है मुक्ति का बोध: कथा व्यास खुशबू किशोरी

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आगरा: डौकी स्थित गोला लोकम बरौली गूजर में इन दिनों भक्ति की बयार बह रही है। श्रद्धालु भाव विभोर हैं। कथा व्यास खुशबू किशोरी ने गुरुवार को श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग सुनाया तो हर भक्ति के समंदर में खो गया। एक प्रसंग में उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था।

कबीस रोड पर आयोजित कथा के चौथे दिन गूढ़ रहस्यों को बेहद संजीदगी के साथ सुनाया। बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुईं, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए।

उन्होंने कहा कि जब भी इंसान प्रभु की शरण में जाता है तो उसके सभी संसारिक बंधन स्वयं ही छूट जाते हैं। हरि कीर्तन से मनुष्य मुक्ति की ओर बढ़ता है। गीता में भी भगवान ने इसका वर्णन किया है कि जो जिस देवता को भजता है, वह उसके जैसे ही फल को पाता है मतलब उसे फिर से जन्म लेना पड़ता है। लेकिन अगर वह श्री हरि का स्मरण करता है तो मुक्ति खुद चलकर आती है।

इस मौके पर मुलायम सिंह, पिन्टू, सुनील निषाद, बच्चू सिंह, सोमवीर सिहं कुशवाह, संजय कुमार निषाद, योगेश वर्मा, सचिन कुमार, अजय सिसोदिया, उदयराज सिंह, गुरु नानक चन्द ने भागवत महापुराण की आरती उतारी।