बढ़ रही है सिर दर्द और एंजायटी के मरीजों की संख्या, आगरा जिला अस्पताल में अब तक 9 हज़ार का हुआ इलाज़

स्थानीय समाचार

आगरा: आगरा के जिला अस्पताल में मनोचिकित्सक विभाग में भी मरीजों की संख्या काफी बढ़ने लगी है। लोग एंजायटी और सिर दर्द की समस्या को लेकर जिला अस्पताल के मनोचिकित्सक के पास इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में सबसे ज्यादा सिर दर्द और एंजायटी के ही मरीज सामने आए हैं जिन्हें मनोचिकित्सक ज्ञानेंद्र द्वारा परामर्श दिया जा रहा है, साथ ही उनका इलाज भी किया जा रहा है।

अब तक 9000 मरीज पहुँचे इलाज के लिए

जिला अस्पताल के मनोचिकित्सक ने बताया कि जबसे उन्होंने आगरा की जिला अस्पताल में मनोचिकित्सक विभाग की कमान संभाली है तब से अब तक लगभग 9000 से अधिक मरीज उनके पास आ चुके हैं। सबसे ज्यादा मरीज सिर दर्द और एंजाइटी के आ रहे हैं। मनोचिकित्सक विभाग की पूरी टीम मरीजों का इलाज कर रही है। दवाओं के साथ-साथ मानसिक रूप से भी उनका इलाज किया जा रहा है।

सबसे अधिक महिलाओं में समस्या

मनोचिकित्सक डॉ. ज्ञानेंद्र ने बताया कि सिर दर्द समस्या के जो मरीज आ रहे हैं उनमें सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की है। महिला काम के चलते टेंशन लेती हैं और मानसिक रूप से उन्हें दिक्कतें पैदा होने लगती हैं। इस कारण उन्हें सिर दर्द होता है और यह उनमें आम समस्या बन जाती हैं। सिर दर्द को खत्म करने के लिए पेन किलर्स का इस्तेमाल किया जाता है और एक बात आदत बनने के बाद बिना पेन किलर्स की महिलाओं के मस्तिक से सिर दर्द खत्म नहीं होता। ऐसी मरीजों की संख्या भी अधिक देखने को मिल रही है जिन्हें साइकोलॉजी तरीके से उपचार किया जा रहा है।

बच्चे भी हो रहे डिप्रेशन के शिकार

मनोचिकित्सक जांगिड़ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में डिप्रेशन के मामले में बच्चों की संख्या भी बढ़ी है। बच्चों में डिप्रेशन की कई समस्याएं हैं। बच्चों में डिप्रेशन का कारण वर्तमान समय का माहौल भी कह सकते हैं। कोरोना काल के दौरान पढ़ाई का लोड भी बच्चों को डिप्रेशन का शिकार बना रही है। ऐसे में बच्चों को दवाओं के साथ-साथ प्यार और साइकोलॉजी तरीके से उनका इलाज किया जा रहा है।