नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी NIA ने आतंकी को मिल रहे फंडिंग के मामले में सोमवार 15 मई को दक्षिण कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की। सेना के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां जिलों में की जा रही है।
साथ में उन्होंने यह भी बताया की छापे दक्षिण कश्मीर के पाहू, चटपोरा, संबूरा और अन्य इलाकों में मारे जा रहे हैं। बता दें की, एनआईए और सुरक्षा बलों ने अप्रैल महीने से ही कश्मीर घाटी में आतंकवादियों और उनके हमदर्दों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लायी है और इस तरह के छापे अब पूरे घाटी में देखने को मिल रहे हैं। अधिकारियों का साफ साफ कहना है कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में आतंकी के ईको-सिस्टम को जड़ से खत्म करने के लिए की जा रही है।
इससे पहले इसी महीने की 11 तारीख को केंद्रीय आतंकवाद रोधी एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर के बडगाम और बारामूला जिलों में तलाशी ली थी। एनआईए ने 4 मई को प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी की अलगाववादी और अलगाववादी गतिविधियों से संबंधित मामले में जम्मू-कश्मीर में आतंकी फंडिंग पर अपनी निरंतर कार्रवाई के तहत जम्मू-कश्मीर में 16 स्थानों पर तलाशी ली।
इस छापेमारी के दौरान एजेंसी ने अब्दुल खालिक रेगू, सैयद करीम में जावीद अहमद धोबी और बारामूला जिले की सांगरी कॉलोनी में शोएब अहमद चूर के आवास पर तलाशी ली। इन सभी पर आतंकवादी साजिश में साथ देने का आरोप है।
देशविरोधी गातिविधियों के लिए धन इकठ्ठा किया जा रहा था
एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि जमात-ए-इस्लामी के सदस्य दान के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने जैसे कथित इस्लाम धर्म के पाक उद्देश्यों के लिए यहां और विदेश से धन जमा कर रहे थे।लेकिन इस धन का उपयोग जम्मू-कश्मीर में हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। धन को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, जैसे हिज्ब-उल-मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और अन्य संगठनों को कई माध्यम से भेजा भी जा रहा था।
Compiled: up18 News