विश्व पुस्तक मेले में हुआ निर्मल वर्मा-गगन गिल की सात किताबों का लोकार्पण, वक्ताओं ने सुनाए निर्मल वर्मा से जुड़े कई अनसुने किस्से

● जल्द ही निर्मल वर्मा और गगन सभी किताबें प्रकाशित करेगा राजकमल ● गगन गिल ने कहा- “मैं अभिभूत हूँ कि आज इतने वर्षों बाद निर्मल जी और मेरी किताबें एक नए कलेवर के साथ राजकमल से प्रकाशित हो रही हैं।” ● “बाकी सौ किताबें एक तरफ़ है और निर्मल वर्मा की किताबें एक तरफ़।” […]

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विश्व पुस्तक मेला में पहले की तुलना में बढ़ी किताबों की बिक्री

● नई रुचियों के साथ किताबों की खरीदारी कर रहे हैं हिन्दी के पाठक ● विश्व पुस्तक मेला के अंतिम दिन कृष्णा सोबती के उपन्यास का लोकार्पण नई दिल्ली. नौ दिन तक चले विश्व पुस्तक मेला का रविवार को समापन हुआ। आखिरी दिन भारी संख्या में लोग प्रगति मैदान पहुँचे। राजकमल प्रकाशन समूह के जलसाघर […]

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विश्व पुस्तक मेला: राजकमल के जलसाघर में मनाया‌ गया विश्वनाथ त्रिपाठी का जन्मदिन

● त्रिपाठी जी की नई आलोचनात्मक कृति का हुआ लोकार्पण ● दारा शुकोह पर मैनेजर पांडेय की किताब हुई लोकार्पित ● कल होगा निर्मल वर्मा और गगन गिल की किताबों का लोकार्पण नई दिल्ली. विश्व पुस्तक मेला में शुक्रवार को राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल जलसाघर में विश्वनाथ त्रिपाठी की नई किताब के लोकार्पण के […]

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मैं उन सबके लिए आवाज़ उठाऊॅंगी जो शोषित हैं, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष: नासिरा शर्मा

● राजकमल के जलसाघर में मोहनदास नैमिशराय और एकता सिंह की किताबों का लोकार्पण नई दिल्ली. विश्व पुस्तक मेला में बुधवार को राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल जलसाघर में एस. इरफ़ान हबीब द्वारा सम्पादित किताब ‘भारतीय राष्ट्रवाद : एक अनिवार्य पाठ’ पर परिचर्चा के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद मोहनदास नैमिशराय की किताब […]

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हिंदी मीडिया ने अभी अपनी क्षमता को पहचाना नहीं : मृणाल पांडे

नई दिल्ली. विश्व पुस्तक मेला के चौथे दिन मंगलवार को राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल जलसाघर में छह सत्रों में कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान शहादत के कहानी संग्रह ‘कर्फ़्यू की रात’; मृणाल पांडे की किताब ‘हिन्दी पत्रकारिता : एक यात्रा’ और सुजाता पारमिता की किताब ‘मानसे की जात’ का लोकार्पण हुआ। वहीं हेमन्त देवलेकर […]

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जलसाघर में भविष्य के पाठक विषय पर परिचर्चा, ‘काँधों पर घर’ और ‘अब मेरी बारी’ किताबों का लोकार्पण

नई दिल्ली. विश्व पुस्तक मेला में रविवार को राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल जलसाघर में ‘भविष्य के पाठक’ विषय पर परिचर्चा के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। इसके बाद प्रज्ञा के उपन्यास ‘काँधों पर घर’ और अंकिता आनंद के कविता संग्रह ‘अब मेरी बारी’ का लोकार्पण हुआ। वहीं संघर्ष नर्मदा का, अगम बहै दरियाव और रहमानखेड़ा […]

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