एक ऐसा मुगल बादशाह, जिसका नाम उसकी हरकतों के कारण पड़ गया था ‘लंपट’

साल 1712 में बहादुर शाह (प्रथम) के निधन के बाद मुगल सल्तनत के लिए उनके बेटों के बीच लड़ाई शुरू हो गई। आखिरकार जहांदार शाह को सफलता मिली और मुगल सल्तनत की गद्दी पर बैठा। जहांदार शाह अपनी अय्याशियों और रंगीन-मिज़ाजी के लिए बदनाम था। मुगल साम्राज्य की गद्दी संभालते ही एक तरीके से उसने […]

Continue Reading

तवायफ़ों ने भी भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में निभाई थी सक्रिय भूमिका

लोग उन्हें ‘कंजरी’ कहते थे मगर फिर सोलहवीं सदी में भारत पर 46 साल तक राज करने वाले मुग़ल बादशाह जलालउद्दीन अकबर ने उन्हें ‘कंचनी’ पुकारने का हुक्म दिया. शायर और इतिहासकार मोहम्मद हुसैन आज़ाद ‘सुख़नदान-ए-फ़ारस’ में लिखते हैं कि ‘कंजर और कंजरी हिंदी में नाचने-गाने वालों को कहते हैं. अकबर ने एक दिन ख़ुश […]

Continue Reading