हिंदू धर्म का अद्वितीय तत्त्वज्ञान है श्रीमद्भगवद्गीता

भौतिक प्रकृति से उत्पन्न सत्व, रज तथा तम गुणों के कारण अविनाशी आत्मा शरीर से बंध जाती है और इन गुणों के कारण ही जीवात्मा अच्छी-बुरी योनियों में जन्म लेता है। सत्वगुणी व्यक्ति उत्तम कर्म कर स्वर्ग लोक में जाता है, तमोगुणी व्यक्ति नरक लोक में जाता है और इस प्रकार जन्म मृत्यु के चक्र […]

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