अपराधियों पर राजनीति: गंभीर अपराधों को लेकर कितनी पक्षपाती होती जा रही है हमारी दृष्टि

गंभीर अपराधों को लेकर हमारी दृष्टि कितनी पक्षपाती होती जा रही है, इसका ताजा उदाहरण बिहार में आनंद मोहन सिंह की रिहाई पर सामने आया है। पूर्व सांसद और राजनेता आनंद मोहन सिंह को 1994 में नौकरशाह और गोपालगंज के तत्कालीन कलेक्टर जी. कृष्णैया की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था। जी. कृष्णैया […]

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घुटता मानवाधिकार…आज कल में घटित तीन घटनाओं पर डालें नजर ….

पहली – चंचल त्रिपाठी मंदिर में गोमांस रखवा दिया ताकि दंगे हो ….और थाना प्रभारी हट जाए….मुसलमानों के 3 मांस दुकान और लकड़ी के 17 खोखे जला दिए इसी बात पर हिंदुओं ने…..बेगुनाह मुस्लिमों को जेल में ठूंस दिया गया…..मुंबई के विष्णु विभु भौमिक ने खुद को अफजल बताकर अम्बानी परिवार को 8 कॉल किये […]

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