जनसँख्या के बूढ़े होने की तरफ बढ़ते कदम…

थॉमस रॉबर्ट माल्थस ने लगभग सवा दो सौ साल पहले जब अपनी जनसँख्या नीति को प्रतिपादित किया था तभी से मानव जाति आक्रांत है जनसँख्या के विस्फोट के भय से ।भारत भी इसी भय से भयभीत रहा है और वह समझ भी नहीं पाया कि जनसँख्या के समुचित प्रबंधन से, उसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त किये […]

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