प्रकृति और मनुष्य के बीच संपूर्ण सामंजस्य का एक आदर्श हैं महानायक गौरी पुत्र गणेश

गणेश शुभांकर हैं। विघ्नहर्ता हैं। कुशल प्रबंधक हैं। आदि लेखक हैं। सृष्टि के पहले लिपिकार हैं। शास्त्रों के ज्ञाता हैं। ऋद्धि और सिद्धि उनकी पत्नी है। शुभ यानी समृद्धि और लाभ उनकी संतानें हैं। बुरी नजरों के वे दुश्मन हैं।लोक में सबसे ज़्यादा उनकी व्याप्ति हैं। वे प्रकृति प्रेमी हैं। दूब घास से प्यार करते […]

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