मानव सभ्यता के भीतर मौजूद भाषाओं की विविधता का उत्सव है विश्व कविता दिवस

सन् 1999 में पेरिस में हुए यूनेस्को के 30वें अधिवेशन में तय किया गया कि हर साल 21 मार्च को विश्व कविता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। ऐसा अभिव्यक्ति व कला के इस माध्यम को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। कविताएं प्राचीन काल से ही न ही सिर्फ़ मानव मन को बल्कि […]

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काग़ज़ के टुकड़ों पर किसी की ज़िंदगी के कुछ लम्हे आज भी ठहरे हुए हैं…

काग़ज़ के टुकड़ों पर किसी की ज़िंदगी के कुछ लम्हे आज भी ठहरे हुए हैं. लेकिन वक़्त के साथ ये नायाब चीज़ें खोती चली गईं. हम ये भूल गए कि इन्हीं लाइनों में पूरा इतिहास सिमटा है जो हमारी लापरवाही से तबाह हो रहा है. तकनीक ने हमारी ज़िंदगी को बहुत आसान बनाया है लेकिन […]

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अनूठा कलाकार जो अपनी पेंटिंग के जरिए करता है शासन-प्रशासन को जागरूक

कभी वह शहर के गड्ढों पर मगरमच्छ की आकृति बनाते हैं तो कभी वे दूसरी तरह की पेंटिंग बनाते हैं. ख़ास बात ये है कि वो हमेशा समकालीन मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अपनी कला का नमूना पेश करते हैं. baadal nanjundaswamy बीते कई सालों से बंगलुरु शहर की समस्याओं को लेकर अलग-अलग ढंग से […]

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काग़ज़ के टुकड़ों पर किसी की ज़िंदगी के कुछ लम्हे आज भी ठहरे हुए हैं…

काग़ज़ के टुकड़ों पर किसी की ज़िंदगी के कुछ लम्हे आज भी ठहरे हुए हैं. लेकिन वक़्त के साथ ये नायाब चीज़ें खोती चली गईं. हम ये भूल गए कि इन्हीं लाइनों में पूरा इतिहास सिमटा है जो हमारी लापरवाही से तबाह हो रहा है. तकनीक ने हमारी ज़िंदगी को बहुत आसान बनाया है लेकिन […]

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