नव संवत्सरारम्भ के दिन किये जाने वाले धार्मिक क्रियाकलापों का आध्‍यात्‍मिक महत्‍व

कोई भी त्यौहार आए, तो उस त्यौहार की विशेषता के अनुसार एवं अपनी रीति-रिवाजों के अनुसार हम कुछ ना कुछ करते ही रहते हैं; परंतु धर्म में बताई हुई ऐसी पारंपरिक कृतियों के पीछे का अध्यात्मशास्त्र समझने पर उसका महत्व हम समझ सकते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नव संवत्सरारम्भ अर्थात […]

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देवालय में दर्शन करने की अध्यात्मशास्त्र की दृष्टि से उचित पद्धति

हिन्दू धर्म में बताए गए प्रत्येक कृति को योग्य रीति से करने पर हमें आध्यात्मिक रूप से लाभ निश्चय ही मिलता है। आज के लेख में हम “देवालय में दर्शन करने की अध्यात्मशास्त्र की दृष्टि से उचित पद्धति ” समझ कर लेंगे। इन पद्धतियों में सबसे पहले देवता के दर्शन लेने से पूर्व हमें निम्नलिखित […]

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अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाता है दीपावली त्योहार

दीपावली एक ऐसा त्योहार है जो अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाता है। दिवाली शब्द की उत्पत्ति दीपावली शब्द से हुई है। दीपावली शब्द दीप+आवली (कतार, रेखा) से बना है। इसका अर्थ है, दीयों की एक रेखा। दीपावली पर सर्वत्र दीप जलाए जाते हैं। भगवान श्रीराम चौदह वर्ष का वनवास […]

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