मथुरा: ईशा फाउंडेशन के सुरेन्द्र यादव ने के. डी. डेंटल कॉलेज में दिया मिट्टी बचाओ का संदेश

Press Release

मथुरा। ईशा फाउंडेशन के स्वयं सेवक सुरेन्द्र यादव आज केडी डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल पहुंचे और उन्होंने प्राध्यापकों तथा छात्र छात्राओं को मिट्टी क्षरण के दुष्परिणाम बताते हुए मिट्टी बचाओ का संदेश दिया। कोयम्बटूर से कश्मीर की साइकिल यात्रा पर निकले सुरेन्द्र यादव का के.डी. डेंटल कॉलेज पहुंचने पर डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने स्वागत किया।

गौरतलब है कि विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक सद्गुरु जग्गी वासुदेव द्वारा इस समय समूची दुनिया में मिट्टी बचाओ का जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में ईशा फाउंडेशन के स्वयंसेवक सुरेन्द्र यादव इन दिनों कोयम्बटूर से कश्मीर की साइकिल यात्रा पर निकले हुए हैं। श्री यादव 20 मई को मथुरा आए और शनिवार 21 मई को के.डी. डेंटल कॉलेज पहुंचकर प्राध्यापकों तथा छात्र-छात्राओं को मिट्टी क्षरण के दुष्परिणामों की जानकारी देने के साथ ही उन्हें मिट्टी बचाने का संकल्प दिलाया।

इस अवसर पर उन्होंने आध्यात्मिक सद्गुरु जग्गी वासुदेव की 27 देशों से निकलने वाली मिट्टी बचाओ अभियान यात्रा की विस्तार से जानकारी दी। सुरेन्द्र यादव ने बताया कि ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु 21 मार्च को वैश्विक आंदोलन ‘सेव सॉयल’ को गति देने के लिए अपनी मोटरसाइकिल यात्रा पर निकले हैं। वह 100 दिनों में 27 देशों की 30 हजार किलोमीटर की दूरी तय करेंगे तथा अपनी यात्रा के दौरान सभी 27 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मिट्टी बचाने के लिए तत्काल नीतिगत कार्रवाई शुरू करने का आग्रह करेंगे।

श्री यादव ने छात्र-छात्राओं को बताया कि मौजूदा समय में जिस गति से मिट्टी का क्षरण हो रहा है, वह समूची दुनिया के लिए चिन्ता की बात होनी चाहिए। मिट्टी क्षरण को रोकने के लिए प्रत्येक किसान को जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। दरअसल, धरती का क्षरण रोकना आने वाली पीढ़ी के लिए हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आज के समय में अच्छी फसल पाने के लिए किसान अधिकाधिक रासायनिक खाद का प्रयोग कर रहे हैं जबकि पहले की तरह जैविक खेती को बढ़ावा देकर न केवल अच्छी फसल प्राप्त की जा सकती है बल्कि मिट्टी के क्षरण को भी रोका जा सकता है। जैविक खेती से फसल उत्पादन लागत में भी कमी आएगी।

इस अवसर पर डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने कहा कि धरती में हो रहे मिट्टी के क्षरण को रोकने के लिए हर व्यक्ति को अधिकाधिक पौधारोपण की दिशा में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करने की जरूरत है। पौधरोपण से न केवल पर्यावरण सुधरेगा बल्कि मिट्टी के क्षरण को रोकने में भी मदद मिलेगी। डॉ. लाहौरी ने छात्र-छात्राओं को मिट्टी क्षरण रोकने का संकल्प दिलाया। अंत में प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया ने सुरेन्द्र यादव के साहस की प्रशंसा करते हुए उन्हें सफल साइकिल यात्रा की शुभकामना दी।

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