हीट वेव: एकदम से आई गर्मी डाल सकती है परेशानी में, दोपहर की चुभने वाली धूप से मौत तक का खतरा

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हीटवेव और गर्मी से होने वाली परेशानियों से बचने के लिए क्या करें और क्या नहीं

हेल्थ मिनिस्ट्री ने बढ़ती गर्मी से बचने के लिए क्या करना है और क्या नहीं, इसे लेकर कुछ सुझाव की लिस्ट जारी की है।

खुद को हाइड्रेट रखें।
प्यास न लगने पर भी पानी पिएं।
दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में निकलने से बचें।
सूती कपड़े ही पहनें।

अगर दोपहर में 12 से 3 के बीच निकलना जरूरी है, तो कैसे निकलें?

जवाब: जरूरी काम होने पर आप सारी प्रिकॉशन के साथ निकल सकते हैं। वहीं हार्ट पेशेंट, प्रेग्नेंट महिला के साथ गर्भ में पाल रहे बच्चे को, 65 साल की उम्र से ज्यादा के लोग, छोटे बच्चे और नवजात को तेज गर्मी से बचाकर रखें। प्रिकॉशन लेने के बावजूद गर्मी उनके लिए खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकती है।

बढ़ती गर्मी से क्या बीमारियां हो सकती हैं

थकान
बेहोशी
माइग्रेन
डिहाइड्रेशन
पेट में गड़बड़ी
स्किन प्रॉब्लम

गर्मी के मौसम में बस, कार में सफर करने पर जी मचलाने लगता है तो इस परेशानी को कैसे दूर करें?

ये एक तरह का मोशन सिकनेस होता है। लेकिन कुछ लोगों को खासकर गर्मी में इससे प्रॉब्लम होने लगती है सबसे पहले तो इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए भ्रामरी प्राणायाम करें।

कैसे करें भ्रामरी प्राणायाम

शांत और खुली हवादार जगह पर बैठें।
अपनी आंखें बंद कर लें।
तर्जनी उंगलियों को दोनों कानों पर रखें।
मुंह बंद रखते हुए पहले नाक से सांस लें फिर नाक से ही छोड़ें।
सांस छोड़ते वक्त ऊं का उच्चारण कर सकते हैं।
ये प्रोसेस 5 से 7 बार दोहराएं।
जी मचलाने या उल्टी जैसा लगने पर कर सकते हैं ये उपाय

एक कप गर्म पानी में नींबू का रस और नमक मिलाएं फिर पी लें।
लौंग को भूनकर पीस लें। जब सफर करें तो चुटकी भर पीसी हुई लौंग में चीनी या काला नमक डालकर चूसते रहें।
जूस साथ में जरूर रखें। बीच-बीच में इसे पीते रहें। इससे बॉडी में होने वाली गर्मी दूर होगी।
अदरक का छोटा टुकड़ा मुंह में रख लें और चूसते रहें। अच्छा फील होगा।
पुदीना की टेबलेट या लिक्विड सीरप साथ रखें। इससे पेट को ठंडक मिलेगी।
बस में सफर कर रहे हैं तो सीट पर बैठने से पहले पेपर बिछा लें फिर बैठें। इससे उल्टी नहीं आएगी।
मोशन सिकनेस आमतौर से किसी भी मौसम में हो सकता है। सफर में उल्टी आना इसके लक्षण हैं। ये कोई बीमारी नहीं है। इसमें हमारे दिमाग को भीतरी कान, आंख और त्वचा से अलग-अलग सिग्नल मिलते हैं। जिससे सेंट्रल नर्वस सिस्टम कन्फ्यूज हो जाता है और ये परेशानी होने लगती है।

किसी को गर्मी की वजह से चक्कर आ जाएं, तो इमरजेंसी में सबसे पहले क्या करना चाहिए?

जवाब: चक्कर आने पर सबसे पहले जहां हैं वहीं किसी छाया वाली जगह पर बैठ जाएं। हो सके तो लेट जाएं और पैर को थोड़ा सा ऊपर कर लें। इसके बाद ओआरएस, ग्लूकोज जो भी आसानी से उपलब्ध हो जाए उसे पी लें।

 गर्मी से कुछ लोग बेहोश होने लगते हैं, उन्हें किस तरह अलर्ट रहने की जरूरत है?

अगर कोई व्यक्ति बेहोश है या उल्टी कर रहा है तो उसे पीने के लिए कुछ न दें।
बॉडी टेम्प्रेचर कम करने के लिए अपने मन से दवा न दें।
बॉडी टेम्प्रेचर ज्यादा है या कोई बेहोश हो गया है तो तुरंत 108/102 पर कॉल करें।
मरीज को ऐसे कमरे में न रखें, जहां सीधी धूप आती है।

गर्मी के बढ़ते ही उल्टी-दस्त या डायरिया के भी केस हर घर में बढ़ जाते हैं, इसे ठीक करने का घरेलू उपाय क्या हैं?

बार-बार उल्टी और मोशन से कमजोरी लगने लगती है। इन हालातों में खानपान का बहुत ध्यान रखना चाहिए।

आप ऐसे ठीक करें-

मूंग दाल और चावल खिचड़ी खाएं। पतली खिचड़ी खाने से पाचन में दिक्कत नहीं आएगी। दही के साथ खाने पर इसका स्वाद तो बढ़ेगा ही और पेट जल्दी ठीक होगा।
नमक, चीनी और पानी का घोल दिन में 2-3 बार पिएं। दस्त की प्रॉबल्म पर नमक-चीनी घोल एक तरह का इलेक्ट्रोलाइट होता है। ये बॉडी को हाइड्रेट रखता है। इसके साथ ही आप ग्लूकोज, नारियल पानी भी पी सकते हैं। दस्त बंद होने में आराम मिलेगी।

केला में फाइबर होता है। दस्त में खूब केला खाना चाहिए। ये पेट और पाचन के प्रोसेस को ठीक करता है। इस बात का ध्यान रखें कि दस्त होने पर पका केला ही खाएं। कच्चा केला खाने से प्रॉब्लम और बढ़ सकती है।

दही का सेवन पेट खराब होने पर जरूर करें। दही में प्रोबायोटिक होते हैं। साथ ही दही मे गुड बैक्टीरिया भी होते हैं। जिससे दस्त की प्रॉब्लम बहुत कम हो जाती है। दही में भुना जीरा पाउडर, काला नमक और सूखा पुदीना पीसकर रायता जैसा भी बना सकते है। ये पेट के लिए बहुत फायदेमंद है।

गर्मी में पेट की गर्माहट का दूर करने या दुरस्त रखने के लिए नींबू पानी पिएं। इससे बॉडी हाइड्रेट रहती है। जिससे आराम जल्दी मिलती है।

Compiled: up18 News