मथुरा। चैत्र शुक्ल रामनवमी के शुभ अवसर पर आज बृहस्पतिवार को श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर श्रीराम-जन्म महोत्सव भाव, उल्लास एवं श्रद्धापूर्वक मनाया गया।
श्रीकृष्ण-जन्मस्थान के भागवत भवन मंदिर में स्थित श्रीराम जी मंदिर में नवसंवत्सर 2080 दिनांक 22 मार्च 2023 से प्रारम्भ हुये श्रीरामचरित मानस के नवान्हपरायण पाठ के समापन दिवस पर आज (30मार्च) बृहस्पतिवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने स्वर से स्वर मिलाते हुये मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीरामजी के जन्म पर सुन्दर बधाई गायन किया।
मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के प्राकट्य का मुख्य आयोजन का शुभारम्भ बृहस्पतिवार की प्रातः से ही भागवत भवन मंदिर में श्रीगणेश, श्रीनवग्रह आदि के पूजन के साथ हुआ।
नवसम्वतसर से प्रारम्भ हुये श्रीरामचरित मानस का पाठ विधिविधानपूर्वक कर आज ( बृहस्पतिवार) संपन्न हो गया। पुष्पार्चन के उपरान्त भगवान श्रीराम जी की प्राकट्य आरती हुयी। इसके उपरान्त ठीक दोपहर 12 बजे भागवत भवन में प्रभु श्रीरामजी का दिव्य जन्माभिषेक संस्थान की प्रबंध समिति के सदस्य श्री गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी एवं मंदिर के पूजाचार्यो द्वारा किया गया।
जन्माभिषेक के मध्य षास्त्रीय मंत्रों की गूँज, झाँझ, मजीरे एवं मृदंग की ध्वनि में झूमते-नाचते श्रद्धालु संपूर्ण वातावरण को भावमय कर रहे थे। श्रद्धालुओं को वृहद मात्रा में बधाई रूप में प्रसाद वितरण किया गया।
श्रीरामजी मंदिर में श्रीरामनवमी के अवसर पर मंदिर को भव्य फूलबंगला, विशेष श्रंगार, पोशाक एवं पुष्प सज्जा से सुसज्जित किया गया। भव्य सज्जा के मध्य विराजमान प्रभु श्रीराम-माता जानकी के श्रीविग्रह श्रद्धालुओं को दिव्य दर्शन का आभास करा रहे थे।
रामनवमी के विशेष अवसर पर श्रीकृष्ण-जन्मस्थान स्थित भगवान श्री केशवदेवजी महाराज के मनोहारी श्रीविग्रह के मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम रूप में दर्शन करके भक्तजन आनन्दित हो उठे।
इस अवसर पर श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के संयुक्त मुख्य अधिशाषी श्री राजीव श्रीवास्तव, उप मुख्य अधिशाषी श्री अनुराग पाठक एवं मंदिर के पूजाचार्यगण आदि व्यवस्थाओं में जुटे हुऐ थे।
कल देवी अष्टमी के अवसर पर कन्या-लांगुरा भोज का हुआ था आयोजन
श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर बुधवार को परंपरागत रूप से श्रीकृष्ण-जन्मस्थान परिसर में स्थित अन्नक्षेत्र प्रांगण में कन्या-लांगुरा को भोजन-प्रसाद गृहण कराया गया ।
बुधवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के तत्वावधान में श्रीकृष्ण-संकीर्तन मण्डल के विषेश सहयोग से जन्मस्थान के अन्नक्षेत्र प्रांगण में श्रीअन्नपूर्णेश्वर महादेव मंदिर में प्रातः 9 बजे से दोपहर 11 बजे तक वृहद संख्या में कन्या-लांगुराओं को भोजन-प्रसाद गृहण कराकर उन्हें उपहार भी दिये गये।
इस अवसर पर जन्मस्थान संस्थान के पूजाचार्यो द्वारा श्रीगिरिराज जी मंदिर में प्रातः 8 बजे विधिविधान से हवन-पूजन किया गया। श्रीभागवत भवन में स्थित श्री दुर्गाजी मंदिर एवं श्रीगर्भगृह मंदिर प्रांगण में स्थित श्रीयोगमायाजी के मंदिर में प्रातः से ही भव्य एवं चित्ताकर्षक फूलबंगले के दर्शन श्रद्धालुओं ने किये।