लखनऊ में सपा के पैदल मार्च को पुलिस ने रोका, अखिलेश यादव बैठे धरने पर

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लखनऊ में सपा विधायक और कार्यकर्ता पार्टी, कार्यालय से विधानसभा तक पैदल मार्च कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी (एसपी) का ये पैदल मार्च महंगाई और बेरोज़गारी के विरोध में है.

हालांकि लखनऊ में पुलिस ने मार्च कर रहे सपा नेताओं को रोक लिया है. बताया जा रहा है इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव धरने पर बैठ गए हैं.

लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) पीयूष मोर्डिया ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि ‘उन्होंने (सपा) मार्च की अनुमति नहीं ली. फिर भी हमने उनके लिए एक रास्ता तय कर दिया था जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति ना बने. लेकिन उन्होंने वो रास्ता लेने से मना कर दिया. हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है इसलिए उन्हें यहां पर रोक लिया गया है. अगर वो तय किया गया रास्ता ले लेते तो समस्या नहीं होती.’

CM योगी ने कसा तंज

सपा के विरोध प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तंज कसा है.

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से कानून व्यवस्था का पालन करने की उम्मीद ही नहीं की जा सकती.

सीएम योगी ने कहा ‘अगर कोई पार्टी लोकतांत्रिक ढंग से सवाल उठाती है तो उसमें कोई नुकसान नहीं है.

समाजवादी पार्टी किसी भी प्रदर्शन के लिए अनुमति लेनी चाहिए जिससे किसी को परेशानी ना हो. लेकिन सपा के नेताओं से कानून व्यवस्था के पालन की उम्मीद करना बेकार है.’

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा का विरोध प्रदर्शन आम आदमी के फायदे के लिए नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘अगर वे चर्चा करना चाहते हैं तो वे इसके लिए विधानसभा में करें. हमारी सरकार चर्चाओं के लिए तैयार है. सपा के पास अब कोई काम नहीं है. ऐसे विरोध प्रदर्शन से सिर्फ लोगों को परेशानी होगी.’

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी के राज में सिर्फ भ्रष्टाचार बढ़ा है. किसान सूखा और महंगाई से परेशान है.

अखिलेश यादव ने कहा, ”जिस तरह उत्तर प्रदेश में लगातार सड़कें जर्जर हैं, किसान इस मौसम में जलभराव से परेशान… कुछ जगहों में बाढ़ और कुछ में सूखा, पर किसानों को कोई राहत नहीं है. वहीं बड़े पैमाने पर जानवर बीमारी से मर रहे हैं.

लंपी वायरस के कारण हज़ारों गायों की जान गई है. सरकार ने कोई मदद नहीं की. ये डबल इंजन की सरकार, इसमें लगातार महंगाई बढ़ी है. कानून व्यवस्था कभी इतनी बर्बाद नहीं हुई. भ्रष्टाचार चरम सीमा है.”

-एजेंसी