‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जल्द नजर आएंगे कुछ नए चेहरे

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लोकप्रिय टेलीविजन शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ पिछले 12 सालों से जारी है. शो से जुड़े हर छोटे-बड़े बदलाव को लेकर लोगों में भरपूर उत्सुकता बनी रहती है. इन दिनों ये शो ख़ूब सुर्ख़ियों में है. कहा जा रहा है कि शो के मेकर्स को ज़ोरदार झटका लगा है क्योंकि इसके प्रमुख पात्र जेठालाल के परम मित्र तारक मेहता उर्फ शैलेश लोढ़ा ने इसे अलविदा कह दिया है.

मेकर्स ने शो में बड़े बदलाव करने का ऐलान किया है. शो के निर्माता असित मोदी कहते हैं कि जल्द ही दयाबेन की वापसी के साथ-साथ शो में कुछ नए चेहरे भी जोड़े जाएंगे. साथ ही गोकुलधाम सोसाइटी के साथ-साथ जेठा लाल की दुकान गढ़ा इलेक्ट्रॉनिक्स की भी कायापलट कर दी गई है.

नए रूप में दिखेगा गढ़ा इलेक्ट्रॉनिक्स

शो में गढ़ा इलेक्ट्रॉनिक्स को जेठालाल की दुकान के तौर पर दिखाया गया है. नट्टू काका और बाघा इस दुकान के कर्मचारी हैं. इस दुकान को लगभग हर एपिसोड में दिखाया जाता है.

रीयल लाइफ में ये दुकान मुंबई के खार में स्थित है. इस दुकान के मालिक का नाम शेखर गड़ियार है. आने वाले एपिसोड में अब आपको ये दुकान कभी नहीं दिखेगी. कोरोना काल के दौरान हर किसी की तरह इस दुकान को भी कई उतार-चढ़ाव से गुज़रना पड़ा.

शो के निर्माता असित मोदी बीबीसी को बताया कि ”हम लोग जहाँ शूटिंग कर रहे थे, वहाँ पहले दिक्क़त आती थी. कोविड का समय था और वह एकदम रिहायशी इलाक़ा था.

इस वजह से संक्रमण के कई केस आ रहे थे. वहाँ रह रहे लोगों को तो हमसे भी डर लग जाता था कि शूटिंग का क्रू आ जाता है. रोड पर शूटिंग नहीं कर सकते थे तो बहुत समय से हमें लग रहा था कि एक नया सेट बनाना चाहिए.

अब हम लोगों ने फ़िल्म सिटी के अंदर ही तारक मेहता के सेट पर ही दुकान का सेट बना लिया, जिसके चलते अब हम शूटिंग आराम से कर पाएंगे. राइटिंग में कुछ नयापन होगा जो दर्शकों को पसंद आए. नई दया बेन की एंट्री को लेकर यह सवाल भी पूछा जा रहा है क्या दिशा वकानी ही दया बेन का किरदार निभाएंगी?

इस सवाल पर जवाब देते हुए असित मोदी ने कहा, ”हम भी चाहते हैं कि पुरानी वाली ही दयाबेन आनी चाहिए लेकिन अभी उनकी शादी हो गई है. थोड़ी पारिवारिक ज़िम्मेदारी है और एक ख़ुशी की बात है कि उनके परिवार में एक बेटा का जन्म हुआ है. एक बेटी थी. अब एक बेटा हो गया है तो संपूर्ण परिवार हो गया है. ”

”पारिवारिक ज़िम्मेदारी के कारण शायद वह नहीं आ पाए तो हम दूसरी दयाबेन ढूंढेंगे. मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं और मेरी टीम जिन्हें भी ढूंढेंगे वो दर्शकों को पसंद आएंगी. हमारी पूरी कोशिश होगी कि एक अच्छा मनोरंजन दें.”

शैलेश लोढ़ा के जाने से है उदासी?

दयाबेन की एंट्री के साथ-साथ दूसरा बड़ा बदलाव है शो के तारक यानी शैलेश लोढ़ा का शो को छोड़ कर चले जाना.

इस पर असित मोदी कहते हैं, ”देखिए जो लोग शो को छोड़कर गए हैं उनसे मेरी कोई नाराज़गी नहीं है. जब तक वे रहे उन्होंने अच्छा काम किया. मैंने उनको बहुत समझाया कि आप जुड़े रहो.

”जो लोग छोड़ कर गए उनका मैं शुक्रगुज़ार हूं क्योंकि उन्होंने शो के लिए योगदान दिया है. उनको शो छोड़ना नहीं जाना चाहिए था ये तो मैं हमेशा बोलूंगा. लेकिन ठीक है, जो नए लोग आते हैं वो ज्यादा एनर्जी के साथ आते हैं. बहुत मेहनत करते हैं. ”

नए चहरे आएंगे नज़र

असित मोदी कहते हैं,’ शो में जो भी नए चेहरे आते हैं, चाहे हमारे सोडी भाई हों या सोनू या हाथी भाई, सब ख़ूब मेहनत करते हैं. मेरा कहना है पुराने लोगों की जगह पर जो नए लोग आते हैं, उन्हें भी भरपूर प्यार दीजिए.”

”जो छोड़कर गए उन्हें हम फिर से जोड़ना चाहते हैं. हो सकता है उनकी कुछ सीमा होगी, मजबूरी होगी. मैं दर्शकों से अनुरोध करूंगा कि जो भी आए आप उनको प्यार दीजिये. वह आपको भरपूर मनोरंजन देंगे इतना वादा कर सकता हूँ.”

नट्टू काका की याद

शो के अहम किरदार नट्टू काका की भूमिका निभाने वाले कलाकार घनश्याम का कैंसर की वजह से निधन गो गया था. दिलीप जोशी शो में जेठालाल का किरदार निभाते हैं.

वो बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहते हैं, ”हमारे शो की नई दुकान में घुसते ही मैं बाघा भाई यानी तन्मय नट्टू काका को बहुत याद कर रहे थे. जब सीन भी किया तो हमने उनको बहुत मिस किया. वह हमेशा से आसित भाई को कहते थे कि यार बहुत दूर पड़ता है, तो यहीं कहीं अगर दुकान बना ले तो हम सबके लिए बहुत अच्छा होगा, लेकिन तब कुछ ऐसा कुछ सोचा नहीं था.”

”हम लोग बस उनको याद करके यही कह रहे थे शायद उनके नसीब में यहां पर शूटिंग करना नहीं था. आज वह हमारे बीच नहीं रहे. मगर वह जहां भी होंगे ये देख कर ख़ुश होते होंगे और हमें आशीर्वाद दे रहे होंगे.’ और नए नट्टू काका की एंट्री जल्द ही शो में हम देख सकते हैं.’

एक ही किरदार को निभाते हुए बोरियत क्यों नहीं?

दिलीप जोशी को जेठालाल की भूमिका निभाते 12 साल से भी ज़्यादा का वक़्त हो गया है. जेठालाल की भूमिका निभाते हुए इतने सालों से एक ही किरदार को करने से बोरियत महसूस होती है?

इसका जवाब देते हुए दिलीप जोशी कहते हैं, ”नहीं… उसी का तो मज़ा है एक अभिनेता होने के नाते. मुझसे पहले भी ये पूछा गया है कि आप लगातार यही रोल करते आ रहे हैं, इतने समय से आप बोर नहीं हो जाते?

”हर रोज़ ये एक चैलेंज है कि वही किरदार है, वही सेट है, वही को-एक्टर्स है, मतलब वही रोल है… तो इसमें आप नया क्या कर सकते हैं. भगवान की कृपा से हर बार हर सीन में कुछ ना कुछ नया मिल ही जाता है, तो बड़ा मज़ा आता है.”

”एक चैलेंज भी है. वह एक जब आप कुछ नया सोचते हैं, कुछ नया आप करते हैं तो एक्टर होने की वजह से भी वह एक संतोषजनक अनुभव है कि हाँ कुछ अच्छा किया, कुछ मज़ा आया सीन करने का. बस भगवान की कृपा है कि वो अच्छे-अच्छे विचार दे रहा है और हम लोग हर रोज़ करते जा रहे हैं और इसी वजह से शायद आज भी इतना फ्रेश लग रहा है हमारा शो दर्शको को.”

गोकुलधाम यानी मिनी इंडिया

12 साल से शो चल रहा है. क्या ख़ास है, इस शो में जो दर्शक इससे जुड़े हुए हैं. इस पर हुए दिलीप जोशी कहते हैं ,”मुझे लगता है कि किरदारों की जो मासूमियत है, वह इसकी लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह है. तारक भाई मेहता जो हमारे गुजराती के ह्यूमरिस्ट हैं उन्होंने सारे कैरेक्टर्स बहुत ख़ूबसूरती से बनाए हैं. ये हर एक वर्ग के ऑडियंस को अपील करता है. मतलब बच्चों के लिए पहले टप्पू सेना छोटे थे तो बच्चों के लिए कुछ था. बड़ों के लिए बाबूजी थे, मिडिल एज के लिए जेठालाल और बाक़ी कलाकार.

”औरतों के लिए बाक़ी शो की सभी औरतें हैं. गोकुलधाम में हर प्रांत का एक फैमिली दिखाया गया है तो वह भी एक अनोखापन है. जिसे प्यार से मिनी इंडिया कहते हैं, कहने का मतलब ये है कि ये शो सभी उम्र के लोगों के लिए है और यही वजह है कि इसकी क्रिएटिविटी को देखते हुए ये लोगों को पसंद आता जा रहा है.”

ख़बरों के मुताबिक दयाबेन के किरदार में अब एक नया चेहरा नज़र आने वाले है. 90 के दशक में टेलीकास्ट हुए टीवी के फेमस शो ‘हम पांच’ में स्वीटी माथुर का रोल प्ले कर चुकीं राखी विजान दया बेन बन सकती हैं.

-एजेंसियां