शशि थरूर ने खड़गे को खुले आसमान के नीचे बहस करने की चुनौती दी

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गौरतलब है कि झारखंड के पूर्व मंत्री के. एन. त्रिपाठी का नामांकन पत्र शनिवार को खारिज होने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष पद के चुनाव में अब मुकाबला खड़गे और थरूर के बीच होगा लेकिन नामांकन से पहले कांग्रेस में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को लेकर उहापोह की स्थिति बन रही थी। खड़गे व शशि थरूर के नामांकन के बाद पार्टी में अध्यक्ष को लेकर स्थिति साफ हो गई।

थरूर ने कहा, ‘‘संगठनों का उच्च स्तर पर नेतृत्व करने का मेरा विश्वसनीय ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। संयुक्त राष्ट्र के जन सूचना विभाग के अवर प्रभारी महासचिव के तौर पर मैंने दुनियाभर में 77 कार्यालय में 800 से अधिक कर्मियों के संयुक्त राष्ट्र के सबसे बड़े विभाग के संचार का जिम्मा संभाला था। इसे देखते हुए कई लोगों ने मुझे संयुक्त राष्ट्र संगठन का नेतृत्व करने के लिए चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था।’’

कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। जरूरत पड़ने पर चुनाव 17 अक्टूबर को कराया जाएगा। मतगणना 19 अक्टूबर को होगी और नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे।

पार्टी को मजबूत करने के लिए चुनाव मैदान में उतरा हूं: मल्लिकार्जुन खड़गे

दूसरी ओर मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा कि वह इस चुनाव में किसी के विरोध में नहीं, बल्कि पार्टी को मज़बूत करने के लिए उतरे हैं। उन्होंने  मीडिया से मुखातिब होते कहा मैंने इस धारणा को खारिज कर दिया है कि उन्हें गांधी परिवार का समर्थन हासिल है। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ और युवा नेताओं के कहने पर वह चुनाव मैदान में उतरे हैं।

मल्लिकार्जुन खड़गे का चुनाव प्रचार करने के लिए तीन कांग्रेसी प्रवक्ताओं ने दिया इस्तीफा

इस बीच पार्टी के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बताया, कांग्रेस अध्यक्ष पद के निष्पक्ष चुनाव के लिए दीपेंद्र हुड्डा, सैयद नासिर हुसैन और मैंने कांग्रेस के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है, अब हम मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।

खड़गे के खिलाफ पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर चुनाव मैदान में हैं। यदि पार्टी के इन दोनों नेताओं में से कोई भी एक अपना नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा, जिसमें 9,000 से अधिक डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्य) मतदान करेंगे। मतगणना 19 अक्टूबर को होगी।

आपको बता दे की कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत तय मानी जा रही हैं क्योंकि खड़ंगे को कांग्रेस में दक्षिण से उत्तर भारत तक सर्वव्यापी रूप से कांग्रेस के आला नेता उनका समर्थन कर रहे हैं।

दिग्विजय व अशोक गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रस्तावक बनकर यह जता दिया की उन्होंने पार्टी में किस उम्मीदवार का समर्थन किया हैं।

-एजेंसी