ताजमहल के निकट बन रहे छत्रपति शिवाजी संग्रहालय का सत्तर प्रतिशत काम पूरा, आगरा किले में फिर शुरू होगा लाइट एन्ड साउंड शो

Regional

शिवाजी महाराज के जीवन और उनके काल खंड से संबंधित वस्तुओं का होगा समावेश
– आगरा किले में फिर शुरू होगा लाइट एन्ड साउंड शो, एक ही शो में सुनाई देंगी कई भाषाएं

आगरा: शहर में ताजमहल के निकट बन रहे छत्रपति शिवाजी संग्रहालय का 70 फीसदी काम पूरा हो गया है। संग्रहालय में शिवाजी महाराज के हथियार और पुरानी धरोहरों को देखने का अवसर मिलेगा। यहां शिवाजी महाराज के नाम पर गैलरी और प्रदर्शनी हॉल बनाया जा रहा है।

छत्रपति शिवाजी संग्रहालय का निर्माण वर्ष 2016 में शुरू हुआ था। इसके निर्माण पर अब तक 99 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सपा शासनकाल में हुए निर्माण कार्यों की मंडलायुक्त ने आईआईटी रुड़की द्वारा जांच कराई थी। जांच में कई लैंटरों में दरार पाई गई है। इसके बाद इसके कार्य रोक दिए गए थे। अब उन कमियां को कार्यदायी संस्था द्वारा दूर कराया जा रहा है। इस परियोजना पर पहले 141 करोड़ रुपये खर्च होने थे। समय के साथ अब इसके निर्माण की अनुमानित लागत 170 करोड़ रुपये से ज्यादा आ रही है। जिसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।

संग्रहालय का निर्माण ताजमहल से एक किलोमीटर की दूर शिल्पग्राम रोड पर छह एकड़ जमीन पर हो रहा है। इस संग्रहालय के माध्यम से दुनिया भर के लोग छत्रपति शिवाजी महाराज की शौर्य गाथा को जान सकेंगे। ताजमहल के साथ-साथ आने वाले समय में आगरा को शिवाजी महाराज के संग्रहालय के लिए भी देश और दुनिया में जाना जाएगा।

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा ने लखनऊ में बताया कि इसके साथ ही आगरा किले में दिसंबर में लाइट एंड साउंड शो फिर से शुरू किया जा रहा है। यहां झांसी के किले के समान नई तकनीकी पर आधारित साउंड एंड लाइट शो होगा, जिसमें लेजर लाइट का भी इस्तेमाल किया जाएगा।

आगरा किले के इतिहास में अब मुगलों के अलावा छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह का भी प्रभाव सुनने को मिलेगा। साथ ही लोधी और राजपूत वंश के किले से रहे रिश्ते को भी सुनाया जाएगा। वर्ष 1857 के स्वाधीनता संग्राम में आगरा की भूमिका और शहर के इतिहास को भी जाना जा सकेगा। इसकी स्क्रिप्ट फाइनल हो चुकी है। विश्व बैंक की मदद से 8.42 करोड़ रुपये की लागत से लाइट एंड साउंड शो शुरू किया जा रहा है। अभी तक लाइट एंड साउंड शो में हिंदी और अंग्रेजी में दो कार्यक्रम होते थे, लेकिन अब इसमें एक ही शो कराए जाने की योजना बनाई गई है। शो देखने आने वाले पर्यटकों को ईयर फोन दिए जाएंगे, जिसमें कई तरह की भाषाओं में शो को सुना जा सकेगा। शो का समय 45 मिनट का होगा। इस शो को 200 लोग एक साथ देखकर आनंद ले सकेंगे।

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगरा और मथुरा के बीच हेलीपोर्ट सेवा का शुभारंभ जल्द होने जा रहा है। पीपीपी मोड पर हेलीपोर्ट सेवा शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से निकाले गए टेंडर में पांच कंपनियों का चयन किया गया है। इस टूरिस्ट सीजन में दिसम्बर से हेलीपोर्ट सेवा पर्यटकों को मिलने लगेगी। इससे अब पर्यटक आसमान से ताजनगरी की खूबसूरती का दीदार भी कर सकेंगे।

-एजेंसी