H3N2 वायरस की दस्‍तक: पुडुचेरी के सभी स्‍कूलों में 26 मार्च तक छुट्टी की घोषणा

Regional

राज्‍य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस महामारी से लोगों को नहीं घबराने की सलाह दी है। साथ ही बढ़ते मामलों पर नजर रखने के लिए अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अलग व्यवस्था की है। अस्पतालों में ओपीडी के स्‍पेशल बूथ खोले गए हैं और इन्फ्लुएंजा वायरस के लक्षणों वाले लोगों के लिए इलाज भी उपलब्ध है।

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार एच3एन2 एक गैर-मानव इन्फ्लूएंजा वायरस है जो आमतौर पर सूअरों में फैलता है और मनुष्यों को संक्रमित करता है।

क्‍या है H3N2 वायरस के लक्षण

थकान महसूस होना, कमजोरी आना, कुछ काम करो तो चक्कर आते हैं, तेज बुखार, ठंड के अलावा गले में कफ जम जाता है। सांस लेने में परेशानी के साथ ही छींक आती है। सिर के अलावा मांसपेशियों में भी दर्द होता है। त्वचा नीली पड़ जाती है।

क्‍या है बचाव

बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है साफ-सफाई। खाना खाने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं। शौचालय जाने के बाद साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले भोजन करें। बासी खाना न खाएं। पर्याप्त मात्रा में छाछ, दूध, लस्सी, पानी और जूस लें। अजवाइन का पानी पीने से भी राहत मिलती है। चेस्ट पर बाम लगाएं और हवा न लगने दें।

बीमारी से बचने की सावधानियां

भीड़भाड़ वाली जगह जाने से बचें और अगर जाएं तो मास्क पहनें। बार-बार आंख और नाक न छुएं। खांसते या छींकते वक्त मुंह और नाक पर रुमाल रखें। हाथ मिलाने से बचें। पब्लिक प्लेस पर थूकने से बचें। बिना डॉक्टर की सलाह पर कोई दवा न लें।

Compiled: up18 News