सर्दियों में इन योगासनों के जरिए मौसमी बीमारियों से जा सकता है बचा

Health

पवनमुक्तासन

इस समय बुजुर्गों में जोड़ों में दर्द, महिलाओं के कमरदर्द की शिकायत अधिक रहती है। इस समय जोड़ों को खोलने वाले आसन करना जरूरी है। ऐसे में पवनमुक्तासन बेहतर योगासन है। इसमें जमीन पर लेटकर अपनी बाजुओं को शरीर के साइड में रखें । गहरी सांस लेते रहें। अपने घुटनों को सीने की ओर लाएं और अपनी जांघों को पेट पर लाते हुए हाथों से दबाएं। फिर सिर को उठाएं और ठोड़ी से घुटनों को छूने का प्रयास करें।

फायदा- रक्त संचार में सुधार, रीढ़ की हड्डी का लचीलापन बढऩा, जोड़ खुलना।

सूर्य नमस्कार

यह सिर से लेकर पैर तक, सभी अंगों के लिए फायदेमंद है। यह सम्पूर्ण शारीरिक प्रणाली के लिए ऐसा व्यायाम है जिसे बिना किसी उपकरण के किया जा सकता है। हमारे शरीर में सौर जाल होता है। यह सौर जाल के आकार को बढ़ाता है। इसमें 12 अलग-अलग तरह के आसन होते हैं।

भस्त्रिका प्राणायाम

शरीर को गर्म रखने के लिए भस्त्रिका प्राणायाम बेहतर उपाय है। इसमें सिद्धासन या सुखासन में बैठ जाएं। अब कमर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए शरीर और मन को स्थिर रखें। फिर तेज गति से सांस लें और तेज गति से ही सांस बाहर छोड़ें। सांस लेते समय पेट फूलना चाहिए और छोड़ते समय पेट अंदर जाना चाहिए। इससे नाभि पर दबाव पड़ता है।

फायदा- यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है। साथ ही वात, पित्त और कफ से भी राहत दिलाता है।

Compiled: up18 News