कतर: पूर्व भारतीय अधिकारियों को मौत की सज़ा के खिलाफ अपील प्रक्रिया में

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भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत इस मामले में कतर के अधिकारियों से बात कर रहा है. भारत वहां सजा पा चुके अपने नागरिकों की सभी कानूनी मदद करेगा. उन्हें वहां भारतीय दूतावास से हर जरूरी मदद मिलेगी. कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर को नौ भारतीयों को मौत की सजा सुनाई थी.

ये सभी भारतीय नौसेना में काम कर चुके हैं और वहां एक निजी कंपनी के लिए काम कर रहे थे. भारत ने अदालत के इस फैसले को चौंकाने देने वाला करार दिया था.

उसने कहा था कि वो इन भारतीयों की रिहाई के लिए मौजूदा सारे कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेगा. भारतीय नौसेना के इन आठ पूर्व कर्मियों की मदद के लिए की जा रही कोशिशों की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद राजनयिक दीपक मित्तल को सौंपी गई है.

दीपक मित्तल साल 1998 बैच के इंडियन फॉरेन सर्विस (आईएफ़एस) ऑफिसर हैं और फ़िलहाल प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यरत हैं.

वो क़तर में भारत के राजदूत के तौर पर काम कर चुके हैं और माना जाता है कि क़तर की सरकार में शीर्ष स्तर पर उनके अच्छे सम्बन्ध हैं जिस वजह से उन्हें ये ज़िम्मेदारी सौंपी गई है.

Compiled: up18 News