Iskcon ने कहा, बीजेपी सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के आरोप निराधार और झूठे

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मंदिर प्रशासन ने कहा कि इस्कॉन दुनिया के कई हिस्सों में गायों का संरक्षण कर रहा है, जहां पर गोमांस एक मुख्य भोजन है। इस्कॉन ने कहा, ‘हम मेनका गांधी के बयान से हैरान हैं क्योंकि वे हमेशा ही इस्कॉन की शुभचिंतक रही हैं।’

मंदिर प्रशासन ने कहा कि भारत में इस्कॉन 60 से ज्यादा गौशालाएं चला रहा है। यहां पर सैकड़ों की संख्या में गायों और बैलों की रक्षा की जाती है। उनकी पूरी जिंदगी देखभाल भी होती है। इस्कॉन की गौशालाओं में आने वाली गाय वह होती हैं, जो कटने से बचाई गई होती हैं।

दरअसल, दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर संगठन कहे जाने वाला इस्कॉन इस वक्त मेनका गांधी के आरोपों की वजह से सुर्खियों में है। भाजपा सांसद और पशु अधिकारकर्ता मेनका गांधी ने इस्कॉन यानी इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे देश का ‘सबसे बड़ा धोखेबाज’ संगठन बताते हुए कहा कि इस्कॉन अपनी गोशालाओं की गायों को कसाइयों को बेचता है।

मेनका गांधी का इस्कॉन पर क्या आरोप

पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का इस्कॉन को लेकर एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में मेनका को कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘भारत में इस समय सबसे बड़ा धोखेबाज इस्कॉन है। उन्होंने गोशालाएं स्थापित कीं, जिन्हें चलाने के लिए उन्हें सरकार की तरफ से अनगिनत फायदे मिलते हैं। उन्हें बड़ी जमीनें मिलती हैं।’

उन्होंने आंध्र प्रदेश में इस्कॉन की एक गौशाला की अपनी यात्रा को याद किया। मेनका ने कहा कि हाल ही में अनंतपुर गौशाला का दौरा किया था। वहां एक भी सूखी गाय नहीं मिली। सभी डेयरी हैं लेकिन वहां एक भी बछड़ा नहीं है।

उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि सभी को बेच दिया गया था। मेनका ने कहा कि इस्कॉन अपनी सभी गायों को कसाइयों को बेच रहा है। कोई और ऐसा नहीं करता है जितना वे करते हैं। वे सड़कों पर ‘हरे राम हरे कृष्ण’ गाते हैं। फिर वे कहते हैं कि उनका पूरा जीवन दूध पर निर्भर है।

Compiled: up18 News