दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में सोमवार दोपहर एक प्रॉपर्टी डीलर विजेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के समय वह भलस्वा गांव में मूर्ति की स्थापना के भंडारे में शामिल होने पहुंचा था। इस बीच तीन-चार हमलावरों ने उसपर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और फरार हो गए। उसे छह गोलियां लगीं। उसे पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
शुरुआती जांच में पता चला कि मृतक शालीमार बाग थाने का घोषित बदमाश था और उसपर हत्या और लूटपाट के दस मामले दर्ज थे। पुलिस ने आपसी रंजिश में हत्या की आशंका जताई है। मृतक की शिनाख्त भलस्वा डेयरी निवासी 50 वर्षीय बिजेन्द्र यादव उर्फ बबली के रूप में हुई है।
शुरुआती जांच में पता चला कि प्रॉपर्टी डीलर वारदात के समय वह भलस्वा गांव में एक मूर्ति की स्थापना के भंडारे में शामिल होने के लिए आया था। वह अपने जानकारों के साथ कुर्सी पर बैठकर बातचीत कर रहा था। इसी दौरान तीन चार हमलावर आए और उसपर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। एक गोली उसके सिर में लगी। उसे कुल छह गोलियां लगीं। यह भी जानकारी मिली है कि पिछले साल दिसंबर महीने में हुए पार्षद के चुनावों में वह एक पार्टी से संभावित उम्मीदवार था, लेकिन ऐन मौके पर से टिकट नहीं मिला। पुलिस अधिकारी का कहना है कि शुरुआती जांच में रंजिश की बात सामने आ रही है।
यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों की पहचान करने का दावा कर रही है। बिजेंद्र के परिवार के लोगों का कहना है कि उसकी हत्या राजनीतिक रंजिश की वजह से की गई है। दरअसल बिजेंद्र यादव आम आदमी पार्टी से पार्षद का टिकट मांग रहे थे। बिजेंद्र के घर से कुछ दूरी पर रहने वाले एक अन्य व्यक्ति भी टिकट की दावेदारी में था, जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और टिकट तीसरे व्यक्ति को मिल गया। उसके बाद से ही दोनों के बीच राजनीतिक रंजिश बढ़ गई थी।