प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से दिए गए अपने भाषण को लेकर की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक

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स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से दिए अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत के पास अपने सपनों को पूरा करने वाली त्रिमूर्ति है। आज पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘मैं साफ देख रहा हूं कि मां भारती जागृत हो चुकी है। विश्व भर में भारत की चेतना और सामर्थ्य के प्रति नया आकर्षण, नया विश्वास पैदा हुआ है, उसे विश्व में अपने लिए ज्योति नजर आ रही है।’

पीएम ने भारत की तीन ताकतों का किया था जिक्र

प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘हमारा सौभाग्य है कि कुछ ऐसी चीजें हमारे पास हैं, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी हैं। आज हमारे पास डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) है, आज हमारे पास डेमोक्रेसी (लोकतंत्र) है और डायवर्सिटी (विविधता) है। यह त्रिमूर्ति भारत के हर सपने को साकार करने की ताकत रखती है। आज पूरी दुनिया में देशों की उम्र ढल रही है, तब भारत ऊर्जावान होकर आगे बढ़ रहा है। आज तीस साल से कम आयु की जनसंख्या सबसे ज्यादा भारत में है। पीएम मोदी ने कहा कि तीस साल से कम उम्र के नौजवान हों, कोटि-कोटि भुजाएं हों, मस्तिष्क हों, संकल्प हों, सपने हों तो हम इच्छित परिणाम प्राप्त करके रह सकते हैं।’

लाल किले पर 2024 में चुनाव को लेकर विश्वास से भरे दिखे थे पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘मैं 2014 में परिवर्तन का वादा लेकर आया था। 140 करोड़ लोगों ने मुझ पर भरोसा किया। ‘रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म’ का वादा विश्वास में बदल गया। मैंने इस वादे को विश्वास में बदल दिया है। कठोर परिश्रम किया है, देश के लिए किया है, शान से किया है। सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र सर्वोपरि के भाव से किया है। 2019 में परफॉर्मेंस के आधार पर आप सभी ने मुझे फिर से अवसर दिया। आने वाले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम पल आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, उसमें हुई प्रगति और सफलता के गौरवगान को इससे भी अधिक आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करूंगा।’

स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दिए गए पीएम के भाषण की 10 बड़ी बातें ये हैं-

1. मणिपुर हिंसा की निंदा की

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मणिपुर का जिक्र किया था और कहा कि देश मणिपुर के लोगों के साथ हैं। मेरे परिवारजनों पिछले कुछ सप्ताह में मणिपुर और हिंदुस्तान के कुछ भागों में हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। कुछ दिनों से अब लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है, पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाकर रखी है, मणिपुर के लोग उसे आगे बढ़ाएं।

राज्य और केंद्र सरकार मिलकर समाधान के भरपूर प्रयास कर रही है। पीएम मोदी ने लाल किले से यह भी कहा कि अगर हमारे शरीर का कोई अंग अविकसित, दुर्बल रहे तो स्वस्थ नहीं माना जाएगा। भारत माता का कोई हिस्सा अविकसित है तो हम उसे स्वस्थ नहीं मान सकते। अगर घटना मणिपुर में होती है तो पीड़ा महाराष्ट्र में होती है। अगर बाढ़ असम में आती है तो केरल बेचैन हो जाता है।

2. भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरे नंबर पर

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने देश में बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम पर बात की। पीएम ने कहा कि युवा शक्ति पर मेरा भरोसा है, सामर्थ्य है। हमारी नीतियां भी उस युवा सामर्थ्य को बल देने के लिए है। आज मेरे युवाओं ने दुनिया में पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिला दिया है।

3. जी20 की अध्यक्षता पर बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में भारत को मिली जी20 अध्यक्षता पर बात की थी। उन्होंने कहा था, यह बात निश्चित है कि भारत का सामर्थ्य विश्वास की नई बुलंदियों को पार करने वाला है। आज देश में जी-20 समिट की मेहमानवाजी का अवसर मिला है। हिंदुस्तान के हर कोने में जी-20 के कई कार्यक्रम हुए हैं। उसने देश की विविधिता का दुनिया को परिचय कराया है।’

4. कम हुई गरीबी

पीएम मोदी ने भाषण में देश में कम होती गरीबी का आंकड़ों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हम 2014 में वश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे। आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं। ये ऐसे ही नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार ने देश को दबाए रखा था। मैं 10 सालों का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं। पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ खर्च होता था। आज चार लाख करोड़ खर्च हो रहे है। पिछले साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए।

5. पांच साल में भारत पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में होगा

प्रधानमंत्री ने एक बार भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में भविष्यवाणी की। लाल किले की प्रचीर से उन्होंने कहा कि आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है कि देश पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में जगह ले लेगा। गरीबी से बाहर आए 13.5 करोड़ लोग मध्यमवर्ग की शक्ति बन रहे हैं। जब गांव की शक्ति बढ़ती है तो शहरों की आर्थिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है। हमें इस बल देकर आगे चलना चाहते हैं।

6. विश्वकर्मा योजना का एलान

पीएम मोदी ने विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करने का बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में 13.5 करोड़ गरीब भाई-बहन गरीबी जंजीर तोड़कर उससे बाहर आए हैं। जब 13.5 करोड़ गरीबी की मुसीबतों से कैसे बाहर निकले हैं- आवास योजना, रेहड़ी-पटरी वालों के साथ ही सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, औजारों-हाथों से काम करने वाले वर्ग को हम नई ताकत देने जा रहे हैं। हम इस बार विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे। 13-15 हजार करोड़ रुपये से इसे शुरू करेंगे।

7. देश में आतंकी घटनाएं कम हुईं

अपने भाषण में पीएम ने आतंकी घटनाओं पर बात की। उन्होंने कहा कि आए दिन हम लोग चर्चा करते थे कि यहां धमाका हुआ, वहां धमाका हुआ। हर कहीं लिखा होता था कि इस सामान को हाथ न लगाएं। आज देश सुरक्षा की अनुभूति कर रहा है। जब सुरक्षा-शांति होती है तब प्रगति के नए अरमान हम पूरे कर सकते हैं। सीरियल बम धमाकों का जमाना अब बीते हुए कल की बात हो गई है। आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।

8. महिलाएं द्वारा ड्रोन उड़ाए जाने वाली योजना शुरू होगी

लाल किले की प्रचीर से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण पर बात की। उन्होंने कहा कि बेटियों पर जुल्म न हो, यह हमारा सामाजिक और पारिवारिक दायित्व है। आज 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। गांव में जाएंगे तो बैंक वाली, आंगनवाड़ी, दवाई देने वाली दीदियां मिलेंगी। गांव में दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। हम नई योजना सोच रहे हैं। एग्री-टेक को बल मिले, इसलिए हम महिला स्वयं सहायता समूह को हम ड्रोन चलाने और ड्रोन की मरम्मत करने की ट्रेनिंग देगी। भारत सरकार उन्हें ड्रोन और ट्रेनिंग देगी। 15 हजार स्वयं सहायता समूहों के द्वारा हम ड्रोन की उड़ान का आरंभ कर रहे हैं।

9. भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण का मुद्दा उठाया

पीएम मोदी अपने संबोधन में भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण और परिवारवाद पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारे देश की सारी समस्याओं की जड़ में भ्रष्टाचार दीमक की तरह है। यह मोदी के जीवन का कमिटमेंट है, यह मेरे व्यक्तित्व की प्रतिबद्धता है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा। हमारे देश को परिवारवाद ने नोंच लिया है, इसने जकड़कर रखा है। तीसरी बुराई है तुष्टीकरण। हमें इन तीन बुराई के खिलाफ पूरे सामर्थ्य से लड़ना है। ये ऐसी चीजें पनपी हैं जो हमारे देश की आकांक्षाओं का दमन करती है। हमें भ्रष्टाचार से मुक्ति पानी है।

10. अपनी वापसी का विश्वास जताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में बार-बार वापसी का विश्वास जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने 2014 में परिवर्तन लाने का वादा किया था। आप देशवासियों ने मुझपर भरोसा किया। मैंने आपसे किए वादे को विश्वास में बदल दिया। 2019 में परफोर्मेंस के आधार पर आपने फिर मुझे आर्शीवाद दिया। परिवर्तन ने मुझे दोबारा मौका दिया। मैं आपका हर सपना पूरा करुंगा। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा। अगली 15 अगस्त को फिर आऊंगा।

Compiled: up18 News