आगरा: मतगणना में गड़बड़ी को लेकर हंगामा काटने वाले सपा-रालोद के 25 लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़, जेल भेजने की तैयारी

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आगरा: मंडी समिति के बाहर मतगणना से पहले सपा और रालोद पदाधिकारियों द्वारा मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए किये गए हंगामे के बाद अब उनकी मुश्किल बढ़ने वाली हैं। चुनाव परिणाम सामने आते ही पुलिस ने भी कार्यवाही शुरू कर दी है। पुलिस ने एत्माद्दौला थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। वीडियो के आधार पर इसमें रालोद जिलाध्यक्ष नरेंद्र बघेल समेत 25 लोगों को पुलिस ने नामजद किया। इनके खिलाफ पुलिस के पास साक्ष्य भी हैं। कोर्ट से वारंट लेने के बाद पुलिस इनकी गिरफ्तारी करने की तैयारी कर रही है।

आपको बताते चले कि मतगणना से एक दिन पहले सपाइयों व रालोद कार्यकर्ताओं ने ईवीएम में गड़बड़ी किये जाने को लेकर मंडी समिति में जाने वाली अधिकारियों की गाड़ियों की भी चेकिंग की थी जिससे पुलिस भी नाराज थी। इसके बाद फिरोजाबाद रोड पर शाहदरा के पास स्थित मंडी समिति में काउंटिंग से पहले बुधवार रात को सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था। इस दौरान उन्होंने कई प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों को अंदर जाने से पहले रोका और उनकी चेकिंग की। इतना ही नहीं कुछ महिलाओं ने तो एसएसपी की गाड़ी भी चेकिंग के लिए रोक ली थी। इस मामले में पुलिस ने बुधवार देर रात ही मुकदमा दर्ज कर लिया था।

पार्टी के प्रमुख चेहरे नामजद

रालोद के जिलाध्यक्ष नरेंद्र बघेल, पूर्व जिलाध्यक्ष राम सहाय यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रामगोपाल बघेल, राजकुमार, सुनील, कुंवर रवि यादव, राजा श्रीवास्तव, सुलेखा श्रीवास्तव, रजनी, जूही प्रकाश, संजू यादव, रामकुमार, सुनील यादव, विवेक यादव, लाखन सिंह, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के रिजवान खान, कुलदीप वाल्मीकि, प्रिंस, रवि यादव, राहुल घोष, सुरेश दिवाकर, मुरली यादव, शैलू यादव, पूर्व पार्षद राजपाल यादव के नाम शामिल है।

गंभीर धाराओं में हुआ मुकदमा

एसआइ देवेंद्र सिंह द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में सपा कार्यकर्ताओं पर बलवा, सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट, गाली गलौज और धमकी देने के साथ-साथ लोक व्यवस्था भंग करने का भी आरोप है। हंगामे के दौरान पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं का वीडियो भी बनाया था। इसके आधार पर मुकदमे में 25 लोगों को नामजद किया गया है जबकि 50-60 अज्ञात लोग शामिल हैं। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि विवेचक को निर्देश दिए गए हैं कि चिह्नित आरोपितों के कोर्ट से गैर जमानती वारंट लेकर दबिश दी जाए। आरोपितों को जल्द से जल्द जेल भेजा जाए।