चित्रकूट के तुलसी पीठ सेवा न्यास पहुंचे पीएम मोदी, पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य से की मुलाकात

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “दूसरे देश के लोग मातृभाषा जाने तो ये लोग प्रशंसा करेंगे लेकिन संस्कृत भाषा जानने को ये पिछड़ेपन की निशानी मानते हैं। इस मानसिकता के लोग पिछले एक हजार साल से हारते आ रहे हैं और आगे भी कामयाब नहीं होंगे।”

तुलसी पीठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांच मंदिर में दर्शन एवं पूजन कर रामभद्राचार्य की प्रशंसा की। उन्‍होंने संस्‍कृत के महत्‍व का भी उल्‍लेख किया। उन्‍होंने इस अवसर पर राम मंदिर के साथ ही चित्रकूट के विकास का भी उल्‍लेख किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- “मेरा सौभाग्य है, आज पूरे दिन मुझे अलग-अलग मंदिरों में प्रभु श्रीराम के दर्शन का अवसर मिला और संतों का आशीर्वाद भी मिला। विशेषकर संत रामभद्राचार्य जी का स्नेह जो मुझे मिलता है वह अभिभूत कर देता है।”

मोदी ने कहा, “दुनिया में इन हजारों वर्षों में कितनी ही भाषाएं आईं और चली गईं। नई भाषाओं ने पुरानी भाषाओं की जगह ले ली लेकिन हमारी संस्कृति आज भी उतनी ही अक्षुण्ण और अटल है। संस्कृ​त समय के साथ परिष्कृत तो हुई लेकिन प्रदूषित नहीं हुई।”

उन्‍होंने कहा, “दूसरे देश के लोग मातृभाषा जाने तो ये लोग प्रशंसा करेंगे लेकिन संस्कृत भाषा जानने को ये पिछड़ेपन की निशानी मानते हैं। इस मानसिकता के लोग पिछले एक हजार साल से हारते आ रहे हैं और आगे भी कामयाब नहीं होंगे।”

मोदी ने कहा कि जिन लोगों के मन से गुलामी की मानसिकता नहीं गई ऐसे लोग ही संस्‍कृति से बैर रखते हैं। इस अवसर पर मोदी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य की तीन पुस्‍तकों का विमोचन भी किया।

पीएम ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सदगुरु सेवा ट्रस्ट के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री श्री तुलसी पीठ सेवा न्यास तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज कार्यक्रम स्थल पहुंचे। उन्‍होंने स्व. श्री अरविंद भाई मफतलाल जी के जन्म शताब्दी समारोह में श‍िरकत की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर एक चौपाई सुनाई-

कामदगिरि भे राम प्रसादा अवलोकत अपहरत विषादा। उन्‍होंने इसके बाद शुरू किया अपना संबोधन।

उन्‍होंने स्व. श्री अरविंद भाई मफतलाल जी के जन्म शताब्दी समारोह में अपने संबोधन में कहा कि चित्रकूट के श्रीसद्गुरु सेवासंघ आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। पीएम ने कहा कि चित्रकूट अलौकिक है। यहां प्रभु श्रीराम के साथ सीता माता और लक्ष्‍मण का नित्‍य निवास है। इस दौरान पीएम ने अरविंद भाई मफतलाल का फोटोयुक्‍त डाक टिकट जारी किया।

सदगुरु परिसर के बारे में गहनता से प्रधानमंत्री ने जाना

सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के प्रशासक डॉक्टर ईलेश जैन ने अवलोकन के दौरान सद्गुरु ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे समाज सेवा के कार्य नेत्र चिकित्सालय और जनरल वार्ड के बारे में पीएम को जानकारी दी। साथ ही पूरे सदगुरु परिसर के बारे में गहनता से प्रधानमंत्री को जानकारी दी और संस्कृत के विद्यार्थियों से रूबरू हुए।

Compiled: up18 News