पंजाब के 5 बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

National

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार रात निधन हो गया। उन्होंने मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज राजनेताओं ने बादल के निधन पर दुख जताया।

अस्पताल ने एक मेडिकल बुलेटिन में कहा क‍ि वह एनआईवी (नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन) और एचएफएनसी (हाई-फ्लो नेजल कैन्युला) सपोर्ट पर थे। अस्पताल के आईसीयू में रहने के दौरान डॉक्टर बादल के स्वास्थ्य की बारीकी से निगरानी कर रहे थे। लेक‍िन शाम के बाद उनकी तबीयत ब‍िगड़ी और सांसे थम गईं। बादल का शव बुधवार सुबह मोहाली से बठिंडा बादल गांव तक अंतिम यात्रा निकाली जाएगी ।

पंजाब की राजनीति के पितामह प्रकाश सिंह बादल पांच बार मुख्यमंत्री रहे चुके थे। वह सबसे कम उम्र में भी मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके थे। 27 मार्च 1970 को जब वह पहली बार सीएम बने तब उनकी उम्र 42 साल थी। सबसे ज्यादा पांच बार मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी इन्हीं के नाम है। इसके अलावा सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने का रिकॉर्ड भी बादल के नाम है। ये लगातार 10 साल 15 दिन मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा सबसे बुजुर्ग सीएम भी प्रकाश सिंह बादल ही रहे हैं। 2017 में जब वह अपना आखिरी कार्यकाल पूरा कर रहे थे, तब उनकी उम्र 89 साल थी।

प्रकाश सिंह बादल ने साल 1947 में राजनीति शुरू की थी। उन्होंने सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब वे सबसे कम उम्र के सरपंच बने थे। 1957 में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा। 1969 में उन्होंने दोबारा जीत हासिल की। 1969-70 तक वे पंचायत राज, पशु पालन, डेयरी आदि मंत्रालयों के मंत्री रहे।

इसके अलावा वे 1970-71, 1977-80, 1997-2002 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने। वे 1972, 1980 और 2002 में विरोधी दल के नेता भी बने। मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री रहते वे सांसद भी चुने गए। 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद वे सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार भी बने।

साल 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रकाश सिंह बादल ने लंबी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। मगर आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी गुरमीत सिंह खुड्डियां ने उन्हें 11,396 मतों से हरा दिया था। जबकि 2017 विधानसभा चुनाव में प्रकाश सिंह बादल ने अपने प्रतिद्वंदी कैप्टन अमरिंदर सिंह को 22,770 मतों से हराया था। इस सीट से वह 1997 से लगातार पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके थे। मगर जीवन के आखिरी चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि सबसे अधिक उम्र में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी प्रकाश सिंह बादल रह चुके हैं। उन्होंने 94 साल की उम्र में अपना आखिरी चुनाव लड़ा था।

पीएम मोदी ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल के निधन से अत्यंत दु:ख हुआ। वह भारतीय राजनीति की एक महान हस्ती थे। वे एक उल्लेखनीय राजनेता थे, जिन्होंने हमारे देश के लिए बहुत योगदान दिया। उन्होंने पंजाब की प्रगति के लिए अथक परिश्रम किया और कठिन समय में राज्य को सहारा दिया।