मध्य प्रदेश में हो रहे 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रांतों और क्षेत्रों के लोग मिलते हैं तो एक भारत, श्रेष्ठ भारत का सुखद अहसास होता है.
पीएम ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांतिप्रिय, लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है, तो ‘मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी’ होने का भारतीय गौरव और बढ़ जाता है.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि इस बार प्रवासी भारतीय दिवस इसलिए मायने रखता है क्योंकि कुछ महीने पहले ही भारत की आज़ादी 75 साल पूरे हुए हैं. देश अमृत काल में प्रवेश कर चुका है. इससे भारत की वैश्विक दृष्ट को मज़बूती मिलेगी.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन 10 जनवरी यानी मंगलवार तक चलेगा.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया के इतने अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फ़ैक्टर की तरह दिखते हैं तो वसुधैव कुटुंबकम् की भावना के साक्षात दर्शन होते हैं.
पीएम मोदी ने इस सम्मेलन को भारत की जी-20 की अध्यक्षता के लिहाज से भी एक अवसर बताया.
उन्होंने कहा, “इस वर्ष भारत दुनिया के G20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है. भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है. हमारे लिए ये दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है. हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आंकलन करता है, तो उसे ‘सशक्त और समर्थ भारत’ की आवाज़ भी सुनाई देती है.”
Compiled: up18 News